अहमदाबाद जगन्नाथ रथ यात्रा 2025: 23,000 पुलिस, AI निगरानी और NSG कमांडोज़ के साथ अभूतपूर्व सुरक्षा
अहमदाबाद में जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए हाई-टेक सुरक्षा इंतजाम
अहमदाबाद में होने जा रही 148वीं जगन्नाथ रथ यात्रा अगले साल न सिर्फ धार्मिक आस्था बल्कि सुरक्षा इंतजामों के नए स्तर की मिसाल बनने जा रही है। पहली बार 23,000 से भी ज्यादा पुलिसकर्मी, NSG कमांडोज़ और केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती की जाएगी, ताकि यत्रा 16.5 किलोमीटर लंबे रूट पर पूरी तरह सुरक्षित और शांतिपूर्ण रहे। इससे पहले इतने बड़े स्तर पर हाई-टेक सुरक्षा के इंतजाम नहीं हुए थे।
सबसे असाधारण है इस बार का AI-आधारित सर्विलांस सिस्टम, जिसकी मदद से 227 लाइव कैमरों की नजर लगातार रूट पर रहेगी। 41 ड्रोन ऊपर से भीड़ का मूवमेंट मोनिटर करेंगे, जबकि 2,872 पुलिसकर्मियों की बॉडी कैम फुटेज भी लगातार कंट्रोल रूम तक पहुंचेगी। AI सिस्टम खुद भीड़ की भीड़भाड़ पहचानकर पुलिस को तुरंत अलर्ट करेगा, ताकि किसी भी इलाके में ओवरक्राउडिंग या भगदड़ जैसी स्थिति न बने।
इसके अलावा, नई टेक्नोलॉजी जैसे गनशॉट साउंड डिटेक्टर भी लगाई गई है। ये डिटेक्टर जब किसी भी स्थान पर गोली चलती है, उसकी आवाज से तुरंत उसकी लोकेशन और गोला-बारूद की पहचान कर सकते हैं। इससे पुलिस को रियल टाइम में उस दिशा में भेजा जा सकेगा। पहली बार NSG कमांडोज़ को भी संवेदनशील इलाकों में तैनात किया जा रहा है, साथ ही छतों पर स्नाइपर्स की खास टीम भी ड्यूटी पर होगी।
यात्रा मार्ग, भीड़ नियंत्रण और इंटेलिजेंस प्लानिंग
यात्रा के रूट और भीड़ नियंत्रण पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल लगातार नजर बनाए हुए हैं। उनकी अध्यक्षता में हाई लेवल मीटिंग हुईं, जिसमें अहमदाबाद समेत पूरे गुजरात की 213 जगहों पर यात्रा के शांतिपूर्ण आयोजन पर जोर दिया गया।
यात्रा से पहले पुलिस की पेट्रोलिंग और सख़्त हो गई है। यात्रा के आसपास के इलाकों के होटल, गेस्टहाउस और छतों का निरीक्षण किया जा रहा है। बड़े प्राइवेट सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स की टीम ने रूट पर भीड़ के मूवमेंट की एनालिसिस रिपोर्ट तैयार की है जिससे पता चले कि कहाँ ज्यादा भीड़ इकट्ठा होती है और कैसे फोर्स को मूव किया जाए।
- यात्रा की गाड़ियों, ट्रकों, अखाड़ों और भजन मंडलियों की सुरक्षा के लिए अलग से 4,500 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।
- रूट पर अलग-अलग सेक्टर बनाए गए हैं – हर सेक्टर के पास अपना कमांड सेंटर, त्वरित प्रतिक्रिया टीम और इमरजेंसी हेल्पलाइन होगी।
- आम जनता के लिए भीड़भाड़ वाले इलाकों का रीयल टाइम अपडेट मिलेगा जिससे लोग सही समय पर यात्रा में शामिल हो सकें।
क्राइम ब्रांच, लोकल पुलिस, और केंद्रीय एजेंसियां इंटेलिजेंस शेयरिंग और आतंकवाद विरोधी उपायों में तालमेल से काम करेंगी। प्रदर्शनी, मंदिर, और चौक-चौराहों के आसपास के सीसीटीवी कैमरे सर्विलांस टीम द्वारा जांचे जा रहे हैं कि वे सही से काम कर रहे हैं।
फायर ब्रिगेड की टीम भी तैयार रहेगी, और AI अलर्ट मिलते ही तुरंत रेस्पॉन्स किया जाएगा। इस बार पहली बार तकनीक और मानवीय संसाधनों का इतना बड़ा तालमेल धर्म और सुरक्षा दोनों को संतुलित करने के लिए किया जा रहा है।