AI कम्पटीशन के बीच 2024 में गूगल का नया प्रबंधन छंटनी कदम: क्या है मुख्य वजह?

AI कम्पटीशन के बीच 2024 में गूगल का नया प्रबंधन छंटनी कदम: क्या है मुख्य वजह?

गूगल में प्रबंधन छंटनी: 2024 में AI प्रतिस्पर्धा के कारण उठाया गया कदम

गूगल ने एक महत्वपूर्ण प्रबंधन छंटनी की घोषणा की है, जिसमें लगभग 10% प्रबंधकीय पदों, जिनमें निदेशक और उपाध्यक्ष शामिल हैं, की कटौती शामिल है। यह कदम सीईओ सुंदर पिचाई की नेतृत्व में चल रहे एक व्यापक अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य ऑपरेशन्स को तेजी से और प्रभावी बनाना है। यह कार्रवाई दिसंबर 2024 में एक ऑल-हैंड्स मीटिंग के दौरान स्पष्ट की गई थी। गूगल का यह कदम इस बात का संकेत है कि कंपनी बदलते बाजार के दबाव के बीच अपने कार्यप्रणाली को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।

गूगल की इस घोषणा के पीछे प्रमुख वजह बढ़ती AI प्रतिस्पर्धा है। OpenAI जैसी AI-केंद्रित कंपनियों के साथ गूगल की बढ़ती प्रतियोगिता के बीच इस रणनीति को अपनाया गया है। कंपनी को खोज और विज्ञापन के क्षेत्र में अपने बाजार हिस्सेदारी को बचाने के लिए यह जरूरी कदम उठाना पड़ा है। इससे प्रभावित कुछ प्रबंधकों को व्यक्तियों के योगदानकर्ता भूमिकाओं में स्थानांतरित किया जाएगा, जबकि कुछ को पूरी तरह से अलविदा कहना होगा।

गूगल की रणनीतिक सुधार: सितंबर 2022 से वर्तमान परिवर्तन

यह घोषणा गूगल की उस व्यापक योजना का हिस्सा है, जिसे सितंबर 2022 में शुरू किया गया था। उस समय, पिचाई ने कंपनी को 20% अधिक कुशल बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया था ताकि AI प्रतिद्वंद्वियों के साथ बढ़ती प्रतिस्पर्धा का प्रभावी ढंग से सामना किया जा सके। इस साल इस छंटनी से पहले, गूगल पहले ही 12,000 कर्मचारियों की कटौती कर चुका है। कंपनी लगातार अपने कार्यबल को उन उच्च प्राथमिकताओं वाले क्षेत्रों पर केंद्रित कर रही है जिनमें AI प्रमुख हैं।

गूगल का वैश्विक पुनर्गठन

गूगल ने अपने वैश्विक कार्यबल में पुनर्गठन के क्षेत्र में भी कदम उठाए हैं। इस पुनर्गठन के साथ, गूगल ने नौकरी के कई पदों को बंगलुरु, मेक्सिको सिटी, डबलीन, शिकागो और एटलांटा जैसे प्रमुख केंद्रों में स्थानांतरित किया है। यह कदम प्रभावशीलता बढ़ाने के उद्देश्य से इसे और भी अधिक केंद्रीकृत कर रहा है।

गूगल की मुख्य वित्तीय अधिकारी, रुथ पोराट ने पहले ही इस तरह के कड़े फैसले लेने की आवश्यकता पर जोर दिया है, जिसमें कार्यबल में कटौती शामिल है, ताकि कंपनी के उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के साथ तालमेल बनाए रखा जा सके। गूगल की छंटनी तकनीकी उद्योग में चल रही एक व्यापक प्रवृत्ति का हिस्सा है, जहां टेस्ला, एप्पल और अमेजन जैसी कंपनियां भी विगत वर्षों में पुनर्गठन योजनाओं का सामना कर रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप वैश्विक रूप से हजारों नौकरियों की कटौती हो चुकी है।

गूगल के मौजूदा आँकड़े: एक नजर में

गूगल के मौजूदा आँकड़े: एक नजर में

मार्च 2024 तक, गूगल के पास कुल 180,895 कर्मचारी थे, जो मार्च 2023 के अंत से लगभग 10,000 कम थे। इस वर्ष की पहली तिमाही में, कंपनी ने 80.5 बिलियन डॉलर का राजस्व प्राप्त किया, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 15% अधिक था। इस अवधि में गूगल क्लाउड व्यवसाय इकाई ने 9.6 बिलियन डॉलर की बिक्री की, जो कि वर्ष दर वर्ष 28% की वृद्धि को दर्शाती है।

8 टिप्पणि

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    Manish Mistry

    दिसंबर 21, 2024 AT 19:53

    गूगल ने प्रबंधन छंटनी को केवल AI प्रतिस्पर्धा का बहाना बना कर प्रस्तुत किया है। यह कदम लागत कम करने के बजाय रणनीतिक दिशा में भ्रम पैदा करता है। विभागीय संरचना में अचानक बदलाव कर्मचारियों के मनोबल को नुकसान पहुंचाता है। शीर्ष स्तर की निकासी दीर्घकालिक नवाचार को बाधित करेगी।

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    Rashid Ali

    दिसंबर 21, 2024 AT 21:16

    AI क्षेत्र में तीव्र प्रतिस्पर्धा के सामने कंपनियों को पुनर्गठन की आवश्यकता मिलती है। गूगल का यह कदम अपने भविष्य को सुरक्षित रखने की दिशा में एक कदम है। कई कर्मचारियों को नई भूमिकाओं में स्थानांतरित किया जाएगा, जिससे उन्हें नई कौशल सीखने का अवसर मिलेगा। यह प्रक्रिया संगठन में लचीलापन जोड़ती है। साथ ही, क्लाउड और विज्ञापन विभागों की बढ़ती आय कंपनी के लक्ष्य के साथ मेल खाती है। अंततः, यदि सही तरीके से लागू किया गया तो यह परिवर्तन सभी हितधारकों के लिए फायदेमंद हो सकता है।

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    Tanvi Shrivastav

    दिसंबर 21, 2024 AT 22:40

    वाओ, गूगल को अब AI के ताल पर नाचने की जरूरत महसूस हुई 😂। प्रबंधन को घटाकर कंपनी के सपनों को हल्का किया गया, क्या शानदार योजना है! ऐसा लग रहा है जैसे पुराने दिखावे को नई बैटरी से बदल दिया गया हो।

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    Ayush Sanu

    दिसंबर 22, 2024 AT 00:03

    गूगल ने 2024 में लगभग 10 % प्रबंधन पदों को हटाया, जिसका लक्ष्य ऑपरेशन्स को तेज़ बनाना है। इस कदम के साथ कंपनी ने पहले ही 12 000 कर्मचारियों की छंटनी पूरी कर ली है।

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    Prince Naeem

    दिसंबर 22, 2024 AT 01:26

    गूगल का यह रणनीतिक कदम केवल लागत कटौती नहीं, बल्कि भविष्य की तकनीकी दिशा में एक संकेत है।
    AI प्रतिस्पर्धा के तीव्र माहौल में संस्थाओं को अपनी संरचना को पुन: परिभाषित करना पड़ता है।
    प्रबंधन छंटनी से एग्जीक्यूटिव लेयर का भार कम हो सकता है, जिससे निर्णय लेने की गति बढ़ती है।
    परन्तु, संगठित ज्ञान का क्षीणन भी इस प्रक्रिया के साथ आ सकता है, यदि अनुभवी नेताओं को हटाया जाता है।
    यह विचार कि केवल शीर्ष स्तर को हटाने से नवाचार को प्रोत्साहन मिलेगा, शायद आंशिक रूप से ही सत्य हो।
    कर्मचारी का मनोबल अक्सर नेतृत्व के स्पष्ट दृष्टिकोण पर निर्भर करता है, और अचानक परिवर्तन अस्थिरता पैदा कर सकते हैं।
    वहीं, नई भूमिकाओं में स्थानांतरित होने वाले प्रबंधक अपनी कौशल को पुनः स्वरूपित कर सकते हैं, जो व्यक्तिगत विकास के लिए लाभदायक हो सकता है।
    गूगल की क्लाउड व्यवसाय की वृद्धि दिखाती है कि उनके कुछ विभागों में विस्तार का मार्ग खुला है।
    यदि इस री-ऑर्गेनाइजेशन को डेटा-ड्रिवन दृष्टिकोण से लागू किया गया, तो संभावित नुकसान को न्यूनतम किया जा सकता है।
    कंपनी के वित्तीय आंकड़े सकारात्मक हैं, लेकिन सतत विकास के लिए संरचनात्मक लचीलापन आवश्यक है।
    वैश्विक विविधता को ध्यान में रखते हुए, बंगलुरु और मेक्सिको जैसी जगहों पर नौकरियों का स्थानांतरण स्थानीय इकोसिस्टम को सुदृढ़ करने में मदद कर सकता है।
    फिर भी, एक व्यापक सामाजिक जिम्मेदारी का प्रश्न भी उठता है, जब हजारों कर्मचारियों को अनिश्चित भविष्य का सामना करना पड़ता है।
    सच्ची नवाचार संस्कृति तभी फलती है जब प्रतिभा को सम्मान और सुरक्षा मिलती हो।
    अंत में, गूगल को चाहिए कि वह न केवल स्टाफ को घटाए, बल्कि बचे हुए लोगों को सशक्त बनाकर AI के भविष्य में अपना योगदान जारी रखे।

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    Jay Fuentes

    दिसंबर 22, 2024 AT 02:50

    भाई, गूगल की नई दिशा में ऊर्जा बनी रहे!

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    Veda t

    दिसंबर 22, 2024 AT 04:13

    देश की कंपनियों को विदेशी दबाव से नहीं, बल्कि स्वदेशी क्षमता से आगे बढ़ना चाहिए। गूगल की इस तरह की कटौती हमरी खुद की नौकरियों को खतरे में डाल रही है।

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    akash shaikh

    दिसंबर 22, 2024 AT 05:36

    अरे यार, इतना पॉज़िटिव सुनके तो लगता है सब ठीक‑ठाक है, पर असली में कर्मचारी कितनी हताश हैं, इसको कौन देख रहा है? सच्ची बात तो ये है कि केवल 'फ्लेक्सिबिलिटी' का जिक्र करके हॉलिडे पैकेज नहीं बदल सकते।

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