AIBE 19 रिजल्ट जारी: ऑल इंडिया बार एग्जामिनेशन के नतीजे देखें और जरूरी जानकारियां
AIBE 19 रिजल्ट: लॉ ग्रेजुएट्स के लिए बड़ी खबर
कानून की पढ़ाई पूरी करने वाले युवाओं के लिए AIBE 19 रिजल्ट का इंतजार अब खत्म हो गया है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने 21 मार्च 2025 को ऑल इंडिया बार एग्जामिनेशन (AIBE) 19 के नतीजे जारी कर दिए हैं। जिन उम्मीदवारों ने 22 दिसंबर 2024 को परीक्षा दी थी, वे अब अपना रिजल्ट देख सकते हैं।
इस बार परीक्षा में कुल 93 प्रश्न पूछे गए थे, जबकि पहले 100 प्रश्न पूछे जाते थे। सात प्रश्नों को हटा दिया गया था, क्योंकि इन पर उम्मीदवारों ने आपत्ति जताई थी। 6 मार्च 2025 को अंतिम उत्तर कुंजी (Final Answer Key) जारी हुई, जिसमें गलत पाए गए प्रश्नों को हटा दिया गया। इससे पहले, 28 दिसंबर 2024 को प्रोविजनल आंसर की आई थी और आपत्तियां दर्ज करने की आखिरी तारीख 10 जनवरी 2025 थी।
कैसे देखें अपना रिजल्ट और आगे क्या प्रोसेस?
रिजल्ट देखने के लिए उम्मीदवारों को allindiabarexamination.com पर जाना होगा। वहां 'AIBE 19 Result 2024-25' लिंक पर क्लिक करना है। उसके बाद रोल नंबर और जन्मतिथि डालकर लॉग इन करें। आपका स्कोरकार्ड स्क्रीन पर आ जाएगा, जिसे डाउनलोड या प्रिंट भी कर सकते हैं। यही स्कोरकार्ड भारत में वकालत शुरू करने के लिए प्रमाणपत्र के तौर पर माना जाता है।
अगर किसी उम्मीदवार को अपने रिजल्ट या OMR शीट में संदेह है, तो अप्रैल 2025 से OMR शीट रीचेकिंग का विकल्प भी चालू किया गया है। उम्मीदवार वेबसाइट के जरिए रीचेकिंग के लिए आवेदन कर सकते हैं। जिन लोगों ने प्रोविजनल आंसर की पर आपत्ति जताई थी और उनका आपत्ति सही मानी गई, उन्हें प्रति प्रश्न 500 रुपये की राशि भी लौटा दी गई।
- AIBE 19 के बिना भारत में किसी भी लॉ ग्रेजुएट को कोर्ट में वकालत की अनुमति नहीं मिलती।
- यह परीक्षा देशभर के हजारों लॉ ग्रेजुएट्स के लिए करियर की पहली बाधा होती है।
- रिजल्ट में बदलाव या OMR शीट दोबारा जांचने का मौका, पारदर्शिता के लिए जरूरी माना जाता है।
जो छात्र इस साल परीक्षा में सफल हुए हैं, वे बार काउंसिल से 'Certificate of Practice' पाने के पात्र होंगे। अब उनकी राह कोर्ट परिसर में वकालत शुरू करने के लिए साफ हो गई है।
Namrata Verma
मई 3, 2025 AT 18:50वाह! आखिरकार AIBE 19 का रिजल्ट आया है-कहाँ था ये आधा‑आधूरा इंतजार, इधर‑उधर भटकते‑भटकते! क्या कहा जाए, अब तो हर कोई अपनी‑अपनी OMR शीट खोल कर देखेगा, बस यही खुशी है। लेकिन हाँ, यह भी देखना पड़ेगा कि असली जवाब क्या थे-क्योंकि सात सवाल हटा दिया गया, क्या यह प्रॉब्लम हल कर दूँगा? फिर भी, BCI ने प्रोविजनल आंसर दिया, और अब पंचायती क़दमों की गिनती खत्म? चलिए, अब आगे की प्रक्रिया में भूल‑भुलैया नहीं, बल्कि सीधा‑सीधा रास्ता चाहिए।
Manish Mistry
मई 4, 2025 AT 00:23AIBE 19 के परिणामों को देखना अत्यंत महत्त्वपूर्ण है; हालांकि, यह उल्लेखनीय है कि प्रश्नों की संख्या में परिवर्तन जारी प्रक्रिया की पारदर्शिता को प्रश्नवाचक बनाता है। उत्तर कुंजी में संशोधन, तथा OMR री‑चेकिंग के विकल्प, यह दर्शाते हैं कि प्रणाली में सुधार की गुंजाइश बनी हुई है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे सभी दस्तावेज़ सुरक्षित रूप से रखें।
Rashid Ali
मई 4, 2025 AT 05:56समस्त लॉ ग्रेजुएट्स को सादर बधाई! यह परिणाम आपके कठिन परिश्रम का प्रमाण है।
अब जब आप अपना स्कोर देख चुके हैं, तो अगला कदम आपके सामने स्पष्ट है-बार काउंसिल में ‘Certificate of Practice’ के लिये आवेदन करना।
यह प्रक्रिया थोड़ा कष्टप्रद लग सकती है, पर याद रखिए कि हर कठिनाई के बाद आसान रास्ता आता है।
यदि आपको अपने OMR में कोई संदेह है, तो अप्रैल 2025 से री‑चेकिंग का विकल्प उपलब्ध है, इसका प्रयोग न चूकें।
री‑चेकिंग के दौरान धैर्य रखें, क्योंकि प्रशासनिक प्रक्रिया में समय लग सकता है।
जो उम्मीदवार अपनी अपील सफल पाते हैं, उन्हें प्रति प्रश्न 500 रुपये की वापसी भी मिलती है-यह एक अतिरिक्त प्रोत्साहन है।
इसी प्रकार, यह परिणाम आपके करियर में नई संभावनाएँ खोलता है।
आप अब अपने अभ्यास के लिये विभिन्न कानूनी फर्मों या कोर्ट में इंटर्नशिप के अवसर तलाश सकते हैं।
जुड़े रहें, नेटवर्किंग करें, और पेशेवर विकास के लिये सेमिनार व कार्यशालाओं में भाग लें।
भविष्य में यदि आप विदेश में अभ्यास करना चाहते हैं, तो यह प्रमाणपत्र आपके पोर्टफ़ोलियो में एक महत्वपूर्ण तत्व रहेगा।
आगे बढ़ते समय, नैतिकता और पेशेवर मानदंडों को हमेशा प्राथमिकता दें।
वकालत का सफर चुनौतीपूर्ण हो सकता है, परन्तु धैर्य और ईमानदारी सफलता की कुंजी हैं।
याद रखें, प्रत्येक केस आपके सीखने का एक अवसर है, चाहे वह छोटा हो या बड़ा।
अंत में, हम सभी को आशा है कि आपका भविष्य उज्ज्वल हो और आप न्याय के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करें।
Tanvi Shrivastav
मई 4, 2025 AT 11:30ओह, बधाई हो! अब आप सारे रंगीन ‘Certificate of Practice’ के सपने देख सकते हो ;)। क्या आप सोचते हैं कि यह सब सिर्फ कागज़ की टोकरी नहीं है? फिर भी, सात सवाल हटाए गए-जैसे कि परीक्षा में कोई कोड ब्रेक हो गया हो! 🤔 कभी‑कभी लगता है कि नियम बनाते‑बनाते खुद ही नियम भूल जाते हैं…
Ayush Sanu
मई 4, 2025 AT 17:03परिणाम देखना आवश्यक है; आगे की प्रक्रिया स्पष्ट है।
Prince Naeem
मई 4, 2025 AT 22:36विधि के इस चरण में, आत्मनिरीक्षण आवश्यक है। परिणाम केवल एक चरण है, परंतु निरंतर सीखना मूलभूत है।
Jay Fuentes
मई 5, 2025 AT 04:10भाई लोग, बहुत बधाई! अब आधे रास्ते पर खड़े नहीं, बल्कि पूरे ट्रैक पर धड़क के दौड़ो! ☺️ आप सबने मेहनत की है, अब जीत का जश्न मनाओ और आगे भी ऐसे ही चमको।
Veda t
मई 5, 2025 AT 09:43इंडियन विज़न के लिए ये परिणाम एक कदम है, लेकिन हमने अभी तक अपना असली लक्ष्य नहीं पाया है। देश की सेवा में यही पहला कदम है।
akash shaikh
मई 5, 2025 AT 15:16हर कोई result check karta hai, par kya sab samajh paate he ki asli game kaun si hai? thoda dhyan se dekhna chahiye, warna bakwas ban jayegi.
Anil Puri
मई 5, 2025 AT 20:50देखिए, ये परिणाम सिर्फ एक सांख्यिकीय आंकड़ा है, वास्तविकता तो अछूता रहता है। कई लोग इसे अपना जीवन मान लेते हैं, जबकि असल में यह तो बस एक कागज़ का टुकड़ा है-तो फिर क्यों इतना दिल लगाते हैं? शायद इसलिए कि हम सब खुद को कहीं न कहीं साबित करना चाहते हैं। लेकिन थोड़ा सोचिए, अगर आप सच्ची न्यायिक प्रणाली में प्रवेश करना चाहते हैं, तो सिर्फ अंक नहीं, बल्कि नैतिक मूल्य भी जरूरी हैं।
poornima khot
मई 6, 2025 AT 02:23सभी ने मेहनत की, अब परिणामों को एक प्रेरणा के रूप में लें। इस मुकाम पर पहुँचना आसान नहीं था, इसलिए खुद पर गर्व रखें और आगे बढ़ते रहें। हर कदम पर सीखने की इच्छा रखें, क्योंकि यही आपके भविष्य को आकार देगा।
Mukesh Yadav
मई 6, 2025 AT 07:56क्या आप जानते हैं कि इस रिजल्ट में छिपी हुई एक बड़ी साजिश है? बीसीआई ने कुछ प्रश्नों को हटाया, शायad कोई बड़े राज़ को उजागर नहीं करना चाहता था। इस सबके पीछे कोई गहरा षड्यंत्र जरूर है, इसलिए सतर्क रहें।
Yogitha Priya
मई 6, 2025 AT 13:30जैसे ही रिजल्ट आए, लोगों की भीड़ में नैतिकता की कमी दिखी। कुछ ही लोग ही इस अवसर को सच्चे सार्वजनिक सेवा के रूप में देखते हैं, बाकी तो अपना स्वार्थ देख रहे हैं। हमें अपने कार्यों को शुद्ध रखना चाहिए, नहीं तो न्याय व्यवस्था ही बिखर जाएगी।