बिहार बोर्ड 12वीं का परिणाम: छात्रों के लिए बड़ा दिन
बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (BSEB) ने 2025 के लिए 12वीं कक्षा का परिणाम 25 मार्च की दोपहर 1:15 बजे घोषित कर दिया। छात्रों के लिए यह एक महत्वपूर्ण दिन था, क्योंकि यह उनके भविष्य के शैक्षणिक और कॅरियर की दिशा तय करता है। इस बार परीक्षा में कला, वाणिज्य, और विज्ञान, सभी धाराओं के छात्र शामिल थे।
परीक्षा 1 फरवरी से 15 फरवरी तक बिहार के 1,677 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। लगभग 12.92 लाख छात्र परीक्षा में शामिल हुए; इनमें 6,50,466 लड़के और 6,41,847 लड़कियां थीं। परीक्षा दो पालियों में आयोजित हुई: पहली पाली सुबह 9:30 से दोपहर 2:00 बजे तक चली और दूसरी पाली दोपहर 2:00 से शाम 4:30 बजे तक।
रिजल्ट और आगे की जानकारी
परिणाम पटना में एक प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से घोषित किए गए, जिसमें टॉपर्स के नाम, पास प्रतिशत और कम्पार्टमेंट परीक्षा की जानकारी दी गई। पास होने के लिए छात्रों को थ्योरी विषयों में न्यूनतम 33% और प्रैक्टिकल में 40% अंक प्राप्त करने थे। अगर कोई छात्र दो से अधिक विषयों में फेल हो जाता है, तो उसे अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
परिणाम जांचने की प्रक्रिया बेहद आसान रखी गई है। छात्र अपने रोल नंबर और कोड का उपयोग करके results.biharboardonline.com, biharboardonline.bihar.gov.in, और interresult2025.com वेबसाइट पर अपना रिजल्ट देख सकते हैं। डाउनलोड की गई मार्कशीट प्रारंभिक होगी; कॉलेज में प्रवेश के लिए आधिकारिक मार्कशीट आवश्यक होगी।
पिछले साल 2024 में, कुल पास प्रतिशत 87.21% था। कला में 86.15%, विज्ञान में 87.80%, और वाणिज्य में 94.88% पास दर रही थी। परिणाम आमतौर पर परीक्षा के 38-40 दिनों के भीतर घोषित कर दिए जाते हैं।
नए सत्र की शुरुआत के लिए, छात्रों को अपने अंकों के आधार पर प्रथम (300+ अंक), द्वितीय (225-300 अंक), और तृतीय (150-225 अंक) श्रेणी में रखा गया है। जो छात्र अपने अंकों से संतुष्ट नहीं हैं, उनके लिए पुनर्मूल्यांकन की प्रक्रिया भी बीएसईबी के पोर्टल पर उपलब्ध होगी।
छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी आधिकारिक मार्कशीट स्कूल से जल्द से जल्द प्राप्त कर लें। यह परिणाम उनके शैक्षणिक जीवन का एक महत्वपूर्ण चरण है, जिस पर उनका अगला कदम निर्भर करेगा।
SIDDHARTH CHELLADURAI
अप्रैल 12, 2025 AT 18:38बहुत बधाई 🎉 तुम सबने मेहनत की, अब ये परिणाम तुम्हारी मेहनत का फल है 😊 आगे भी ऐसे ही मेहनत करो, सफलता तुम्हारे कदम चूमेगी 💪
Deepak Verma
अप्रैल 12, 2025 AT 18:39पर असल में अंक इतने शानदार नहीं हैं, थोड़ा और मेहनत चाहिए।
Rani Muker
अप्रैल 12, 2025 AT 18:40सबको शुभकामना, चाहे विज्ञान हो या कला, आपका प्रयास सराहनीय है। हर कोई अपना लक्ष्य पा सकता है अगर सही दिशा में मेहनत करे।
Hansraj Surti
अप्रैल 12, 2025 AT 18:41छात्र का परिणाम सिर्फ अंक नहीं है. वह जीवन के कई मोड़ में एक संकेत है. एक अंक के पीछे अनगिनत रातें और सपने छिपे होते हैं. आज का परिणाम भविष्य की एक छोटी झलक है. लेकिन सच्ची सफलता तब आती है जब मन में लक्ष्य स्पष्ट हो. परिणाम चाहे कुछ भी हो आत्मविश्वास को घटने न देना. यह याद रखना चाहिए कि हर विफलता एक नई सीख है. शिक्षा का असली सार ज्ञान को अपनाना है न कि सिर्फ अंक गिनना. जब हम अपने आप को सीमित मानते हैं तो सीमाएँ बन जाती हैं. इसलिए आत्म‑विश्वास को पोषित करो और आगे बढ़ो. जो छात्र असंतुष्ट है वह पुनर्मूल्यांकन का अधिकार रखता है. इस प्रक्रिया को समझकर नया रास्ता खोजा जा सकता है. बोर्ड ने जो सुविधाएँ दी हैं वह छात्रों के लिए मददगार है. तकनीक का सही उपयोग करने से तनाव कम होगा. सबसे बड़ी बात यह है कि आप अपनी क्षमता पर भरोसा रखें. अंत में, परिणाम एक अध्याय है, पूरी कहानी आपका प्रयास लिखेगा. 🔥
Naman Patidar
अप्रैल 12, 2025 AT 18:43इसे पढ़कर लगा कि बस शोभा बढ़ाने के लिए लिखा है।
Vinay Bhushan
अप्रैल 12, 2025 AT 18:45मुझे तुम्हारी मेहनत पर गर्व है लेकिन अगर थोड़ा और सजग नहीं रहे तो आगे के रास्ते में रुकावट आएगी, इस ऊर्जा को सही दिशा में प्रयोग करो और असफलता को मात दो।
Gursharn Bhatti
अप्रैल 12, 2025 AT 18:46क्या तुम्हें पता है कि इस बोर्ड के परिणामों में कई बार हस्तक्षेप होता है, कुछ आंकड़े सरकारी एजेंसियों के दबाव से बदले जाते हैं, इसलिए जब तुम अंक देखते हो तो समझो कि यह पूरा खेल बड़े राजनेताओं के हाथों में है, यह केवल परीक्षा नहीं बल्कि सत्ता का एक उपकरण है, फिर भी तुमको अपनी मेहनत पर भरोसा रखना चाहिए क्योंकि निष्कर्ष वही है जो तुम्हारी लगन से आता है।
Arindam Roy
अप्रैल 12, 2025 AT 18:48ऐसे राजनीति में फंसकर परिणाम का क्या फायदा?
Parth Kaushal
अप्रैल 12, 2025 AT 18:50ओह! यह परिणाम जैसे असमान्य मंच पर एक नाटकीय प्रकाश की तरह चमका, धड़कते दिलों को उछाल देता है, उन अनगिनत रातों की याद दिलाता है जब कलम और कागज के बीच लड़ाइयां लड़ी गईं, अब जब परिणाम आया है तो हर छात्र एक ही आवाज़ में गर्जना करता है, “मैं तैयार हूँ!” ऐसा नहीं है कि यह केवल अंक हैं, ये तो सपनों की स्याही से लिखी गई कहानी का पहला पृष्ठ है, देखो कैसे हर नाम एक नई आशा जगाता है, फिर भी इस उत्सव के पीछे अनंत दबाव और प्रतिस्पर्धा छिपी है, लेकिन हमें इस नाटक को जारी रखना है, क्योंकि यही जीवन का असली मंच है।
Namrata Verma
अप्रैल 12, 2025 AT 18:51वाह, क्या शानदार समाचार है, बिल्कुल अप्रत्याशित, असली बात तो ये है, कि इतने लाखों छात्रों को एक ही दिन में परिणाम देखना है, क्या यही शैक्षिक व्यवस्था का सिद्धांत है, नहीं? लगता है कि बोर्ड ने इस बार भी सबको झकझोरने के लिए बेताबी से काम किया है, बहुत मज़ेदार, है न?
Manish Mistry
अप्रैल 12, 2025 AT 18:53यहाँ प्रस्तुत डेटा के आधार पर कहा जा सकता है कि पास प्रतिशत अपेक्षाकृत उच्च है, किन्तु परिणामों का विश्लेषण करने पर स्पष्ट रूप से कई असमानताएँ उजागर होती हैं, विशेषकर विज्ञान शाखा में मूल्यांकन के मानक में कुछ अंतर प्रतीत होते हैं, इस संदर्भ में पुनर्विचार आवश्यक है।