जेम्स एंडरसन ने विदाई टेस्ट से जुड़ी सबसे बड़ी निराशा का किया खुलासा

जेम्स एंडरसन ने विदाई टेस्ट से जुड़ी सबसे बड़ी निराशा का किया खुलासा

जेम्स एंडरसन की विदाई टेस्ट में निराशा

दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने अपने अंतिम टेस्ट मैच को लेकर अपनी निराशा व्यक्त की, जब एक कैच छूट जाने से उन्हें 705 विकेट्स की बजाय 704 ही प्राप्त हो सके। एंडरसन ने यह निराशा स्काई क्रिकेट को दिए अपने इंटरव्यू में जाहिर की, जिसमें उन्होंने पूर्व कप्तान नासिर हुसैन से बातचीत की, जिनके नेतृत्व में उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी।

कैच ड्रॉप का दर्द

एंडरसन ने कहा, 'जब वह कैच छूटा, तो मैं बहुत निराश हो गया। मेरे लिए यह एक महत्वपूर्ण मौका था, जिसे मैं मिस नहीं करना चाहता था। अगर वह कैच पकड़ा जाता, तो यह मेरे करियर का 705वां विकेट होता।' इस स्थिति में जहां एक विकेट उनकी झोली में आ सकता था, मिसफील्ड के कारण उन्हें वह मौका गंवाना पड़ा।

भीड़ की प्रतिक्रिया

एंडरसन ने अपने अंतिम मैच की भीड़ की प्रतिक्रिया पर कहा, 'भीड़ की प्रतिक्रिया से मैं बहुत अभिभूत हुआ। इतने सालों के समर्थन और प्यार के लिए मैं सभी का धन्यवाद करता हूँ।' उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने समर्थकों की प्रतिक्रिया और खेल के प्रति उनके जुनून से बेहद प्रभावित हुए।

करियर की महत्वपूर्ण उपलब्धियां

अपने करियर की बात करते हुए, एंडरसन ने उन श्रृंखलाओं और मैचों का उल्लेख किया जिनमें उन्होंने विशेष रूप से भारत और ऑस्ट्रेलिया में खेलकर जीत हासिल की। उन्होंने कहा, 'मैंने जो भी हासिल किया है, उस पर मुझे गर्व है। विशेष रूप से ऑस्ट्रेलिया और भारत में जीतना मेरे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण था।'

खेल की दोस्तियाँ

एंडरसन ने खेल के दौरान बनाए गए दोस्तों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, 'क्रिकेट के दौरान बनाई गई दोस्तियाँ मेरे लिए हमेशा खास रहेंगी। यह खेल कुछ अनोखी दोस्तियाँ बनाता है, जो जिंदगी भर चलती हैं।'

आगे की योजनाएँ

आगे की योजनाओं के बारे में बात करते हुए, एंडरसन ने बताया कि वह शेष गर्मियों में टीम के साथ जुड़े रहेंगे और गेंदबाजी समूह के साथ काम करेंगे। उन्होंने कहा, 'अभी मैं टीम के साथ गर्मियों के बाकी समय तक जुड़े रहूंगा और उसके बाद अपने अगले कदम के बारे में सोचूंगा।'

खेल की यादें

एंडरसन ने कहा कि वह क्रिकेट खेलने से आने वाले दर्द और थकान को मिस करेंगे, लेकिन वह उन सभी पलों के लिए आभारी हैं जो उन्होंने इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करते हुए बिताए। उनका कहना था कि, 'हर मैच के बाद की थकान और पीड़ा मुझे याद आएगी, लेकिन इन पलों के बिना मेरी यह यात्रा अधूरी होती।'

जेम्स एंडरसन का क्रिकेट करियर एक प्रेरणा का स्रोत है, जिसमें उन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से लाखों दिलों को जीत लिया है। अब वह अपने अनुभव से युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने की योजना बना रहे हैं और क्रिकेट से अपने भावनात्मक जुड़ाव को बनाए रखना चाहते हैं।