महाराष्ट्र चुनावों के चलते एनएसई छुट्टियां ट्रेंड में

महाराष्ट्र चुनावों के चलते एनएसई छुट्टियां ट्रेंड में

महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के मद्देनजर एनएसई और बीएसई की छुट्टी

महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के चलते 20 नवंबर, 2024 को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को बंद रखने का निर्णय लिया गया। इस फैसले के चलते 'एनएसई छुट्टियां' गूगल सर्च ट्रेंड्स में सबसे शीर्ष पर पहुंच गया। यह बंदी सभी खंडों पर लागू होती है, जिसमें इक्विटी, डेरिवेटिव और सिक्योरिटीज लेंडिंग और बॉरोइंग (एसएलबी) सेवाएं शामिल हैं।

महाराष्ट्र चुनाव और बाजार बंद का कारण

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव एक ध्रुवीय चरण में 288 सीटों पर हो रहा है। मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक निर्धारीत किया गया था। यह राजनीतिक हलचल बड़ी अहम् है, क्योंकि इससे प्रदेश की राजनीति की दिशा तय होगी। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला महा विकास अघाड़ी (शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट, एनसीपी शरद पवार और कांग्रेस) और महायुति (बीजेपी, शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट, और एनसीपी अजित पवार) के बीच है।

बाजार बंदी का यह निर्णय ऐसी परिस्थिति में लिया गया, जब शनिवार और रविवार के नियमित अवकाश के बाद 15 नवंबर को गुरु नानक जयंती के मद्देनजर भी बाजार बंद रहे थे, जिससे एक लंबे सप्ताहांत का निर्माण हुआ। अगले बार बाजार 25 दिसंबर को क्रिसमस के अवसर पर बंद रहेगा।

बाजार के बंद रहने के बावजूद व्यापारिक संदेश

बाजार में छुट्टी के बावजूद, द इंडियन बेंचमार्क इंडेक्सेस जैसे सेंसेक्स और निफ्टी50 की संमिश्रित प्रस्तुति ने निवेशकों की चिंताओं को बढ़ा दिया था। पिछले कई दिन के घाटे के बाद निफ्टी ने अपनी स्थिति को सुधारा और 64.70 अंक की बढ़त के साथ 23,518.50 पर पहुँच गया। इसी प्रकार, सेंसेक्स में भी 239.38 अंकों की बढ़त देखने को मिली और यह 77,578.38 पर बंद हुआ। सीटों की राजनीति के बीच बाजार sentiments में अस्थिरता बनी रही, मुख्यतः यूक्रेन और रूस के बीच हो रहे भू-राजनीतिक विवादों के ऊपर बढ़ती चिंताओं के चलते।

महाराष्ट्र में बंद रहे बैंक्स

स्थानीय बाजारों की बंदी के साथ-साथ महाराष्‍ट्र के बैंक्स भी बंद रहे, हालांकि डिजिटल बैंकिंग सेवाएं जैसे कि एटीएम, यूपीआई सिस्टम, और ऑनलाइन बैंकिंग सेवा चालू बनी रही। डिजिटलाइजेशन के इस दौर में, लोगों की डिजिटल बैंकिंग पर निर्भरता बढ़ गई है, जिससे कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला है।