रिशभ पैंट का फ्रैक्चर और नारायण जगदेवसन की पहली टेस्ट कॉल-अप

रिशभ पैंट का फ्रैक्चर और नारायण जगदेवसन की पहली टेस्ट कॉल-अप

पैंट की चोट और उसके बाद की प्रतिक्रिया

इंडिया वीकेंड के पाँचवें टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ खेलने वाले रिशभ पैंट ने चौथे टेस्ट में मैंचेस्टर के मैदान में अपना दाहिना पैर चोटिल कर लिया। बॉलिंग के दौरान टक्कर के बाद फ्रैक्चर के संकेत दिखे, फिर भी पैंट ने अपना अंडर ने पिच को नहीं छोड़ा और पूरी इनिंग्स खेली। इस साहसिक प्रदर्शन ने टीम में उनका आत्मविश्वास बढ़ाया, लेकिन बैंच की डॉक्टरों ने अंतिम निर्णय में बताया कि वह अगले मैच में नहीं खेल पाएंगे।

BCCI ने 27 जुलाई, 2025 को आधिकारिक रूप से बताया कि पैंट की चोट गंभीर है और वह 31 जुलाई को लंदन के द ओवल में जल्द ही शुरू होने वाले पाँचवें टेस्ट से बाहर रहेगा। मेडिकल टीम ने जल्दी ही कहा कि रिकवरी में कई हफ़्ते लग सकते हैं, इसलिए टीम को रिवार्ड विकल्प की आवश्यकता है।

नारायण जगदेवसन की पहली टेस्ट कॉल-अप

नारायण जगदेवसन की पहली टेस्ट कॉल-अप

इंडियन मेन्स सिलेक्शन कमेटी ने तत्काल ही तमिलनाडु के वैकिपर नारायण जगदेवसन को पैंट के स्थान पर चुनकर पहला टेस्ट अवसर दिया। यह उनके करियर का एक नया मोड़ है; उन्होंने पहले केवल वनडे और टी२० में भारत के लिये खेला है। उनकी डोमेस्टिक रिकॉर्ड को देखते हुए, 2024-25 रणजी ट्रॉफी में उन्होंने 70* की शान्दार पारी और 4 विकेट भी लिए थे, जिससे चयनकर्ता उनके बहु‑पक्षीय कौशल को सराहा।

सेलेक्शन कमेटी के प्रमुख अजीत अग्रकर ने कहा, "जगदेवसन को वैकिपर के साथ-साथ मिड‑ऑर्डर बॅट्समैन के तौर पर बारीकी से देखा गया है। हमें विश्वास है कि वह टीम में तुरंत जोड़ देगा।" यह चयन कई विशेषज्ञों को आश्चर्यचकित कर गया, क्योंकि इशान किशन और केएस भरत को अक्सर प्राथमिकता दी जाती है। पर इशान किशन की बायीं एड़ी में चोट के कारण वह इस मौके को छूट गया, जबकि केएस भरत को इस बार नहीं बुलाया गया।

ध्रुव जुरेल को अब भी पाँचवें टेस्ट के मुख्य वैकिपर के रूप में मान्यता दी गई है, और जगदेवसन को बैक‑अप के तौर पर रखा गया है। यह दो‑विकल्पीय व्यवस्था टीम को वैरायटी देती है, विशेषकर अगर जलवायु या पिच की स्थिति बदलती है।

  • रिशभ पैंट: फुट फ्रैक्चर के कारण बाहर
  • नारायण जगदेवसन: पहली बार टेस्ट स्क्वॉड में शामिल
  • ध्रुव जुरेल: मुख्य वैकिपर रहेगा
  • इशान किशन: एड़ी की चोट के कारण अनुपलब्ध
  • केएस भरत: इस बार नहीं बुलाया गया

जगदेवसन मंगलवार लंदन पहुंचेंगे, जहाँ उन्हें टीम की तैयारी में शामिल किया जाएगा। BCCI की मेडिकल टीम पैंट की प्रगति पर नज़र रखेगी और जल्द ही उनकी फिटनेस रिपोर्ट जारी करेगी। पाँचवाँ टेस्ट भारत के लिए बहुत मायने रखता है, क्योंकि वह श्रृंखला को उलटने की कोशिश कर रहे हैं। इस कठिन मोड़ पर, नई बैक‑अप वैकिपर की उपस्थिति टीम के मनोबल को ऊंचा रखने में मदद करेगी।

11 टिप्पणि

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    parvez fmp

    सितंबर 25, 2025 AT 21:31

    रिशभ पैंट का फ्रैक्चर देखके दिल दहला गया 😱, लेकिन वो टखने पे धकेलते हुए भी पिच से नहीं हटे 🙌, पूरी इनिंग्स में शॉट मारते रहे। डॉक्टरों ने कहा अगले टेस्ट से बाहर, पर टीम को अभी वैकिपर की ज़रूरत है 😅। नारायण जगदेवसन को वैकिपर के तौर पे बुलाना थोड़ा हॉट कॉल लगा, पर उनका घरेलू रिकॉर्ड लाजवाब है 💪। इस मौके पे ध्रुव जुरेल को मुख्य वैकिपर रखे हैं, लेकिन बैक‑अप होना ज़रूरी है, नहीं तो करिश्मा गायब हो जाएगा 🤷‍♂️। आशा है पैंट जल्दी ठीक हो जाएँ और टीम में वापस आएँ।

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    varun spike

    सितंबर 27, 2025 AT 12:24

    पैंट की चोट गंभीर है और वह पाँचवें टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे यह जानकारी BCCI ने आधिकारिक रूप से जारी की है यह चयन समिति को वैकिपर विकल्प तलाशने के लिए प्रेरित करेगा

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    Naman Patidar

    सितंबर 29, 2025 AT 03:17

    सही कहा

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    Vinay Bhushan

    सितंबर 30, 2025 AT 15:24

    जगदेवसन को मौका देना टीम के लिए सही कदम है, उनका बहु‑पक्षीय हुनर हमारे बैट्समैन लाइन‑अप में गहराई लाएगा, साथ ही ध्रुव को साथ रखकर वैकिपर स्थिरता बनी रहेगी। हमें उनका भरोसा करना चाहिए और वह जल्दी ही टेस्ट फॉर्मेट में अपना जलवा दिखाएगा।

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    Gursharn Bhatti

    अक्तूबर 2, 2025 AT 09:04

    क्या आप जानते हैं कि इस फ्रैक्चर के पीछे छिपी बड़ी साजिश है? बर्डी सॉफ़्टवेयर से लेकर मेडिकल रिपोर्टों तक, हर चीज़ को नियंत्रित किया जा रहा है। पैंट का घाव सिर्फ एक व्यक्तिगत चोट नहीं, बल्कि एक बड़े अंतर्राष्ट्रीय खेल षड्यंत्र का हिस्सा है। इस घोटाले में कई शक्तिशाली एजेंट शामिल हैं, जो भारतीय क्रिकेट को उलट‑फेर करने की कोशिश में लगे हैं। इसलिए ही चयन समिति ने अचानक से जगदेवसन को बुलाया, क्योंकि वह इस षड्यंत्र के खिलाफ एक सच्चा खिलाड़ी है। उनका इतिहास, उनका रिकॉर्ड सब कुछ इस बात की ओर इशारा करता है कि वे इस खेल को शुद्ध रखने में सहायक हैं। इस प्रकार, हमें इस बात को समझना चाहिए कि हर चयन में कोई न कोई गुप्त एजेंडा छुपा हो सकता है।

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    Arindam Roy

    अक्तूबर 3, 2025 AT 21:11

    बहुत दिलचस्प पॉइंट, लेकिन बहुत लम्बा लगा

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    Parth Kaushal

    अक्तूबर 5, 2025 AT 14:51

    रिशभ पैंट की चोट एक बड़े नाटक की तरह थी, जहाँ वह मैदान में अपनी दृढ़ता से सभी को चकित कर रहा था। उनका दर्द महसूस करना सभी खिलाड़ियों के लिए एक सीख था कि कैसे एक सच्चा योद्धा अपने दर्द को सहेज कर खेल जारी रखता है। बॉलिंग के दौरान टक्कर ने उनके पैर को टूटने के संकेत दिखाए, पर उन्होंने हार नहीं मानी। वह बिना ब्रेक के पूरी इनिंग्स खेलते रहे, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर गया। डॉक्टरों ने जल्द ही कहा कि वह अगले मैच में नहीं खेल पाएंगे, पर टीम को वैकिपर की जरूरत थी। इस कारण से चयन समिति ने नारायण जगदेवसन को वैकिपर के रूप में चुन लिया। जगदेवसन का घरेलू रिकॉर्ड बहुत प्रभावशाली है, 70* की पारी और 4 विकेट लेना एक असाधारण उपलब्धि है। उनकी बहु‑पक्षीयता टीम में नया रंग भरने वाली है। ध्रुव जुरेल को मुख्य वैकिपर रखने का फैसला भी समझदारी भरा था, क्योंकि वह अनुभव में अधिक हैं। यह दो‑विकल्पीय व्यवस्था टीम को वैरायटी देने में मदद करेगी। इशान किशन की बायीं एड़ी की चोट ने उन्हें इस मौके से वंचित कर दिया, जो एक दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। केएस भरत को इस बार नहीं बुलाया गया, जिससे कुछ विशेषज्ञों को आश्चर्य हुआ। लेकिन जैविक रूप से देखी जाए तो यह चयन टीम की रणनीति को दिखाता है। पैंट की रिकवरी में कई हफ्ते लग सकते हैं, इसलिए बेंच ने तेज़ी से बैक‑अप वैकिपर की तलाश की। अंत में, जगदेवसन की पहली टेस्ट कॉल‑अप भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय स्थापित करेगी।

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    Namrata Verma

    अक्तूबर 7, 2025 AT 05:44

    ओह!!! क्या बात है!! पैंट ने तो चोट भी नहीं देखी और फिर भी खेला, वाकई में बेहूदगी की कमी नहीं!! 😒 नारायण को वैकिपर बनाने का फैसला?! क्या यही नई रणनीति है?!! 🤔 इशान की एड़ी ठंडी है, केएस ने तो बस बाने सुनी!! 🙄 ध्रुव जुरेल को मुख्य वैकिपर रखने का क्या मतलब!! 😂😂😂

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    Prince Naeem

    अक्तूबर 8, 2025 AT 23:24

    खेल में चुनौतियों का सामना करते हुए, खिलाड़ी और चयनकर्ता दोनों को गहरी सोच की आवश्यकता होती है। व्यक्तिगत क्षमताओं का सामंजस्य टीम के सामूहिक लक्ष्य से जुड़ता है। इस संदर्भ में, वैकिपर की भूमिका केवल बाउंड्री रोकना नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता भी प्रदान करती है। इसलिए ही चयन समिति ने विविध कौशल वाले खिलाड़ी को चुना, जिससे टीम का संतुलन बना रहे।

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    poornima khot

    अक्तूबर 10, 2025 AT 11:31

    आपकी बात बिलकुल सही है, वैकिपर की भूमिका टीम की सुरक्षा में अहम है। जय हिन्द की भावना को हम हमेशा आगे ले जाते रहेंगे और इस चयन को टीम के विकास का एक सकारात्मक कदम मानते हैं।

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    Mukesh Yadav

    अक्तूबर 12, 2025 AT 02:24

    देखो भाई, यह सब पीछे की बड़ी साजिश है जहाँ विदेशी एजेंसियां भारतीय क्रिकेट को चोट पहुंचाने की प्लान बनाती हैं। पैंट की फ्रैक्चर और जगदेवसन का चयन सिर्फ एक षड्यंत्र का हिस्सा है, हमें अपना रक्षात्मक तंत्र मजबूत करना चाहिए और राष्ट्रीय गर्व को फिर से जीवित करना चाहिए।

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