वरिष्ठ कांग्रेस नेता ईवीकेएस एलांगोवन का 75 वर्ष की आयु में निधन

वरिष्ठ कांग्रेस नेता ईवीकेएस एलांगोवन का 75 वर्ष की आयु में निधन

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ईवीकेएस एलांगोवन का निधन

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और तमिलनाडु कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ईवीकेएस एलांगोवन का निधन 14 दिसंबर 2024 को चेन्नई के एक निजी अस्पताल में हो गया। वे 75 वर्ष के थे। एलांगोवन की हाल की तबियत लंबे समय से खराब चल रही थी और उन्हें फेफड़ों से संबंधित समस्या के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करीब दो हफ्तों तक उन्होंने गहन चिकित्सा देखभाल में समय बिताया लेकिन चिकित्सकों की तमाम कोशिशों के बावजूद वह यथासंभव स्वस्थ नहीं हो सके और अंततः उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।

ईवीकेएस एलांगोवन के राजनैतिक जीवन की शुरुआत 1980 के दशक में हुई थी। 1984 में वे एआईएडीएमके के साथ गठबंधन में सत्यमंगलम क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। कुछ समय बाद, एआईएडीएमके समूहों के विलय के बाद उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) में फिर से शामिल होने का निर्णय लिया। अपने राजनैतिक जीवन में एलांगोवन ने हमेशा सच्चाई और निर्भीकता को प्राथमिकता दी।

तमिलनाडु के नेताओं का शोक संदेश

तमिलनाडु कांग्रेस समिति के अध्यक्ष के सेल्वापेरून्थगाई ने अपने साथी के निधन पर गहरा शोक जताया। उन्होंने एलांगोवन को एक निर्भीक और मुखर व्यक्ति बताया जिनकी कमी कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ी और अपूरणीय क्षति है। उनके निधन से पार्टी के भीतर एक बहुमूल्य स्थान रिक्त हो गया है जिसे शायद ही भरा जा सके।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने भी एलांगोवन के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने उन्हें एक महान राजनीतिक परिवार का अंतरंग सदस्य बताया, जिसके प्रधान रहे पेरियार रामासामी और ई वी के सम्पथ। स्टालिन ने यह भी याद किया कि एलांगोवन अपने प्यारे बेटे और पूर्व एरोड ईस्ट विधायक थिरुमहान एवराआ की मृत्यु के बाद से भी बेहद व्यथित थे लेकिन उन्होंने जनता की सेवा में कभी भी कमी नहीं आने दी।

अन्य नेताओं का श्रद्धांजलि संदेश

पीएमके के संस्थापक एस रामादॉस और वीसीके के प्रमुख तोल थिरुमावलवन समेत अनेक राजनैतिक नेताओं ने भी एलांगोवन के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने एलांगोवन की साहसिकता और जनकल्याण के प्रति उनके निस्वार्थ प्रयासों की सराहना की। उनके जाने से देश ने एक सशक्त और दृढ़ संकल्पी नेता खो दिया है।

एलांगोवन के शरीर को चेन्नई के मानपक्कम में स्थित उनके आवास पर जनता के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। उनका अंतिम संस्कार मुगलिवक्कम में स्थित एल एंड टी कॉलोनी के इलेक्ट्रिक श्मशान में किया गया। यह आयोजन उनके और उनके राजनैतिक धरोहर के प्रति गहरा सम्मान प्रकट करने का अवसर था।

ईवीकेएस एलांगोवन की मृत्यु भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और तमिलनाडु के लिए निस्संदेह एक अहम क्षति है। उनके साहस, नेतृत्व क्षमता और जनसेवा की सोच ने कई लोगों को प्रेरित किया और उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।

19 टिप्पणि

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    Anil Puri

    दिसंबर 15, 2024 AT 08:36

    समय के साथ सब बदल जता है।

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    poornima khot

    दिसंबर 21, 2024 AT 03:29

    ईवीकेएस जी का जीवन एक गहरा सन्देश है हमारे लिए। उनका संघर्ष और नैतिकता हमें प्रेरित करती है। हम सबको उनका सम्मान करके आगे बढ़ना चाहिए, चाहे हम कहीं भी हों।

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    Mukesh Yadav

    दिसंबर 26, 2024 AT 22:22

    इस मौत के पीछे कोई गुप्त एजेंडा हो सकता है, सरकार ने बार-बार ऐसी घटनाओं को कवर किया है। फेफड़ों की बीमारी सिर्फ एक बहाना है, असली कारण राजनीतिक दुश्मनों की साजिश है।

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    Yogitha Priya

    जनवरी 1, 2025 AT 17:16

    हम सभी को इस तरह की शोक घोषणा से सच्चे नैतिक मूल्यों की याद दिलाई जाती है। यदि हम नैतिकता नहीं अपनाएंगे तो समाज में अराजकता ही छाई रहेगी।

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    Rajesh kumar

    जनवरी 7, 2025 AT 12:09

    ईवीकेएस एलांगोवन का निधन भारत की राजनीति के लिए एक विशाल झटका है। उनका 40 साल से अधिक का अनुभव, स्थानीय स्तर पर अद्वितीय था, और उन्होंने कई युवा नेताओं को प्रेरित किया। कई बार उन्होंने पार्टी के भीतर असंतुलन को दूर करने के लिए कड़ी मेहनत की, जिसमें कई बार अपने हितों को पीछे रख कर राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता दी। उनका जुड़ाव तमिलनाडु की ग्रामीण इलाकों में गहरी सामाजिक सुधारों में भी परिलक्षित होता है, जैसे कि शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार। उन्होंने कई बार स्थानीय विद्रोहियों को समझाया कि लोकतंत्र ही एकमात्र रास्ता है, और कई बार अपनी स्पष्ट भाषा से जनता को जागरूक किया। उनके नेतृत्व में कई विकास परियोजनाएँ समय पर पूरी हुईं, जिससे राज्य में आर्थिक गति बढ़ी। इसके अलावा, उन्होंने पार्टी के भीतर नई रणनीतियों को अपनाया, जिससे नया जनसमर्थन मिला। उनकी दूरदर्शी नीतियों ने कई बार राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना दिया। उनके निधन से न केवल कांग्रेस को, बल्कि तमिलनाडु के राजनीतिक परिदृश्य को भी बड़ा नुकसान हुआ है। हम सभी को उनके कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित होना चाहिए, क्योंकि उनका विचार अभी भी जीवित है। हमें उनकी सीख को भूलकर नहीं चलना चाहिए, बल्कि उसे नयी पीढ़ी को सिखाना चाहिए। अंततः, उनका अस्थायी भौतिक निधन हमारे लिए एक स्थायी प्रेरणा बनकर रहेगा।

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    Bhaskar Shil

    जनवरी 13, 2025 AT 07:02

    आइए हम ईवीकेएस जी की राजनीतिक यात्रा को एक केस स्टडी के रूप में देखे। उनके रणनीतिक निर्णयों में कई एन्ड-टू-एन्ड सॉल्यूशन्स थे, जो आज भी लागू हो सकते हैं। एक मेंटर के रूप में, उनका दृष्टिकोण आज के युवा नेताओं के लिए बेंचमार्क सेट करता है।

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    Halbandge Sandeep Devrao

    जनवरी 19, 2025 AT 01:56

    विस्तृत विश्लेषण से स्पष्ट है कि एलांगोवन साहब ने तमिलनाडु के राजकीय संरचनात्मक सुधार में उल्लेखनीय योगदान दिया। उनका संकल्पात्मक दृष्टिकोण नीतिगत निर्मितियों में एक उच्च स्तर की स्थिरता प्रदान करता है। यह घटनात्मक विश्लेषण दर्शाता है कि उनके द्वारा स्थापित कई संस्थाएँ अभी भी कार्यात्मक हैं।

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    One You tea

    जनवरी 24, 2025 AT 20:49

    एलांगोवन जी की याद में हम सबको एकजुट होना चाहिए, उनकी विरासत को सम्मान देना चाहिए। उनके काम को भूलना नहीं चाहिए।

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    Hemakul Pioneers

    जनवरी 30, 2025 AT 15:42

    उनकी यात्रा को देखते हुए हम यह समझ सकते हैं कि राजनीति में दायित्व ही सबसे बड़ा सिद्धांत है। यह सिद्धांत हमें आगे बढ़ाता है।

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    Shivam Pandit

    फ़रवरी 5, 2025 AT 10:36

    उनके योगदान को याद करना, उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो सार्वजनिक सेवा में लगे हैं, और हमें उनका सम्मान करना चाहिए, उनका स्मरण करना चाहिए, और उनके आदर्शों को आगे ले जाना चाहिए।

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    parvez fmp

    फ़रवरी 11, 2025 AT 05:29

    ऐसे नेताओं को याद करना हमारे दिल में हमेशा रहेगा 😢🙏

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    s.v chauhan

    फ़रवरी 17, 2025 AT 00:22

    चलो मिलकर उनके काम को जारी रखे! साथ मिलकर हम कुछ बड़ा कर सकते है!

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    Thirupathi Reddy Ch

    फ़रवरी 22, 2025 AT 19:16

    कोई नहीं जानता कि असली कारण क्या था, लेकिन निश्चित रूप से ये एक बड़ी साजिश है।

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    Sonia Arora

    फ़रवरी 28, 2025 AT 14:09

    उनकी यादें हमें हमेशा प्रेरित करेंगी, उनके आदर्शों को हम आगे बढ़ाएंगे।

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    abhinav gupta

    मार्च 6, 2025 AT 09:02

    क्या बात है, इतनी बड़ी शख्सियत को भूल गए आप

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    vinay viswkarma

    मार्च 12, 2025 AT 03:56

    सब के पीछे राजनैतिक कारण हो सकता है।

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    sanjay sharma

    मार्च 17, 2025 AT 22:49

    समय के साथ उनकी सीख को अपनाना आवश्यक है।

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    varun spike

    मार्च 23, 2025 AT 17:42

    उनका योगदान हमारी राजनीतिक धरोहर में अमूल्य है, यह तथ्य हमेशा याद रखना चाहिए

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    Chandan Pal

    मार्च 29, 2025 AT 12:36

    ऐसे महान राजनेता को याद करना हम सबकी जिम्मेदारी है 🙏

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