बजट 2024 के मुख्य बिंदु: निफ्टी 24,500 पर स्थिर, सेंसेक्स में गिरावट
शेयर बाजार पर बजट की गूंज
23 जुलाई 2024, मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। जैसे ही निवेशक संघ बजट 2024 की प्रस्तुति का इंतजार कर रहे थे, बाजार में हलचल बढ़ती गई। एनएसई निफ्टी 50 में 31.05 अंकों या 0.13% की गिरावट आई और यह 24,478.20 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि बीएसई सेंसेक्स 81.16 अंकों या 0.10% की गिरावट के साथ 80,420.92 तक पहुंचा।
बजट की घोषणा से पहले बाजार की स्थिति
बाजार में खुलते ही निवेशकों में उत्तेजना और चिंताओं का माहौल था। निवेशक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की बजट घोषणा का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। इस दौरान प्रमुख बातें कर स्लैब में बदलाव, सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स और लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेंस टैक्स को लेकर थीं। जीआईएफटी निफ्टी ने 22.50 अंकों या 0.09% की वृद्धि के साथ 24,543 पर शुरुआत की, जो एक सकारात्मक रूझान दर्शा रहा था।
बाजार के हलचल भरे माहौल में एनएसई निफ्टी ने 24,350 के निचले स्तर को पार किया लेकिन जल्द ही 24,500 के महत्वपूर्ण स्तर को बनाए रखा। यह बाजार समर्थकों के लिए एक न्यूनतम संरचना का प्रतीक था, जिसमें बाजार सामान्य परिस्थितियों में ट्रेंड कर रहा था।
वित्त मंत्री की घोषणा का इंतजार
निवेशकों का ध्यान मुख्य रूप से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की बजट घोषणा पर था। उन्हें उम्मीद थी कि बजट में कर स्लैब में सुझाव, सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स में बदलाव, और लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेंस टैक्स पर महत्वपूर्ण घोषणाएं की जाएंगी। इससे बाजार में ट्रेड करने वाले निवेशकों और संस्थानों के लिए नई योजनाओं को अपनाने की दिशा मिलेगी।
बजट पूर्व बाजार की स्थिति और निवेशकों की प्रत्याशा को देखते हुए यह स्पष्ट था कि बजट की घोषणाएँ शेयर बाजार के रुख पर गहरा प्रभाव डालेंगी। बजट घोषणा के बाद उम्मीद थी कि बाजार की स्थिति में उछाल आ सकता है या संभावित कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इस तरह के परिदृश्य में निवेशक विशेष ध्यान दे रहे थे और बाजार की हर चल पर नजर रख रहे थे।
सकारात्मक संकेत और संभावनाएं
बाजार में मिले-जुले संकेत के बावजूद, कई विशेषज्ञों का मानना था कि बजट के समय बाजार में वृद्धि हो सकती है। इस संदर्भ में, विभिन्न क्षेत्रों से आने वाली प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण हो सकती है। निवेशक यह देख रहे थे कि सरकार की नई योजनाएँ और नीतियाँ किस प्रकार लागू की जाएँगी और इसका बाजार पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
जीआईएफटी निफ्टी के सकारात्मक शुरुआत को देखते हुए, यह संभव था कि बाजार में अन्य पॉजिटिव संकेत भी मिल सकते हैं। निवेशकों के लिए यह समय महत्वपूर्ण था ताकि वे बजट के बाद के बाजार रुझान को समझ सकें और अपनी निवेश योजनाओं को उसी के अनुसार समायोजित कर सकें।
शेयर बाजार की दिशा
संघ बजट 2024 की घोषणा से पहले की स्थिति को देखते हुए, बाजार में कई संभावित दिशाएं हो सकती थीं। एनएसई निफ्टी और बीएसई सेंसेक्स में हलचल और अस्थिरता देखा गया, लेकिन यह देखा गया कि बाजार में संभावित वृद्धि और सुधार की संभावना बनी हुई थी। निवेशकों के लिए यह महत्वपूर्ण था कि वे बाजार के वर्तमान रुझान को समझें और उसी अनुसार निवेश निर्णय लें।
कुल मिलाकर, निवेशकों को इस बात की प्रतीक्षा थी कि बजट किस प्रकार उनके पोर्टफोलियो और बाजार पर प्रभाव डालेगा। बाजार के रुझानों और घटनाओं को देखते हुए, यह स्पष्ट था कि बजट 2024 की घोषणा के बाद बड़े पैमाने पर परिवर्तन देखे जा सकते हैं, जिनका प्रभाव निवेशकों के निर्णयों पर पड़ेगा।