भारत बनाम कतर, फीफा विश्व कप क्वालिफायर हाइलाइट्स: विवादास्पद निर्णयों के बीच कतर ने भारत को 2-1 से हराया

भारत बनाम कतर, फीफा विश्व कप क्वालिफायर हाइलाइट्स: विवादास्पद निर्णयों के बीच कतर ने भारत को 2-1 से हराया

भारत बनाम कतर: फीफा विश्व कप क्वालिफायर का निर्णायक मैच

फीफा विश्व कप 2026 के क्वालिफायर में भारत के सफर का अंत हो गया जब कतर ने उन्हें 2-1 से हराया। इस मैच में कई महत्वपूर्ण और विवादास्पद पल देखने को मिले, जिसने इसे अत्यधिक चर्चित बना दिया। कतर के खिलाफ इस हार ने भारत की विश्व कप की उम्मीदों को ध्वस्त कर दिया।

पहले हाफ का खेल

पहले हाफ में भारतीय टीम ने दमदार प्रदर्शन किया, खासकर 37वें मिनट में लल्लिज़ुआला छांगटे के शानदार गोल के बाद। इस गोल ने भारतीय टीम को 1-0 से आगे कर दिया और भारतीय प्रशंसकों में जोश भर दिया। हाफ टाइम तक भारत की टीम की बढ़त बरकरार रही, और खिलाड़ी आत्मविश्वास से लबरेज नजर आ रहे थे।

हालांकि, खेल का दूसरा हाफ रोमांच और विवाद से भरा रहा। जैसे ही दूसरे हाफ की शुरुआत हुई, कतर ने अपनी रणनीति बदली और भारत पर दबाव बढ़ाना शुरू किया।

विवादास्पद गोल और खेल में मोड़

दूसरे हाफ के दौरान 60वें मिनट में कतर ने एक ऐसा गोल किया जिसने मैच का रुख ही बदल दिया। विवादास्पद परिस्थिति में यूसुफ आयमन ने तब गोल किया जब गेंद बाहर चली गई थी। कतर के खिलाड़ियों ने गेंद को वापस मैदान में लाकर गोल किया और रेफरी ने इसे मंजूरी भी दे दी। इस फैसले पर भारतीय गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने गुस्सा जाहिर किया और टीम के खिलाड़ी भी असमंजस में दिखे।

इसके बाद खेल में तनाव और बढ़ गया। खेल का स्तर और चुनौतीपूर्ण हो गया। कतर ने अपनी आक्रामक नीति जारी रखी और 85वें मिनट में अलरावी के खूबसूरत कर्लर से गोल करके 2-1 की निर्णायक बढ़त हासिल कर ली। इस गोल ने लगभग भारत की उम्मीदों पर पूर्ण विराम लगा दिया।

भारतीय टीम के संघर्ष और बदलाव

मैच के दौरान भारतीय कोच ने कई बदलाव किए ताकि टीम में नई ऊर्जा आए और मैच को बराबरी पर ला सकें। मनवीर सिंह की जगह विक्रम प्रताप सिंह को मौका दिया गया, वहीं ब्रैंडन फर्नांडीस और रहीम अली की जगह सहल अब्दुल समद और लिस्टन कोलाको को उतारा गया। टीम में इन बदलावों का मकसद खेल को नया मोड़ देना था, लेकिन कतर की मजबूत रक्षा का सामना करना कठिन साबित हुआ।

कतर की रणनीति और बदलाव

दूसरी ओर, कतर ने भी अपनी रणनीति में बदलाव किया। उन्होंने मोहम्मद गौदा की जगह तामीम मंसूर और हाफ टाइम में गोलकीपर सेहाब एलेथी को बदला और अली नादर करीम को मैदान पर उतारा। कतर ने अपने खेल को तेज और आक्रामक बनाकर भारतीय टीम पर लगातार दबाव बनाए रखा, जिससे भारतीय डिफेंस को अपनी मजबूत रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ा।

प्लेयरों की चोट और कार्ड्स

मैच के दौरान कई छोटी-मोटी घटनाएँ भी घटीं। ब्रैंडन फर्नांडीस को येलो कार्ड मिला और मेहताब सिंह के चोट की चिंता भी उठी। इन घटनाओं ने टीम के प्रदर्शन पर असर डाला और खिलाड़ियों के मनोबल को कम किया।

खेल के बाद की प्रतिक्रियाएं

मैच का अंत भारतीय खेमे के लिए निराशाजनक रहा। खिलाड़ियों ने अपनी निराशा और गुस्से को खुलकर जाहिर किया। गुरप्रीत सिंह संधू, जिन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया, उन्होंने रेफरी के विवादास्पद निर्णय पर सवाल उठाए। भारतीय प्रशंसकों ने भी सोशल मीडिया पर अपनी निराशा और कतर के गोल को लेकर गुस्सा व्यक्त किया।

कुल मिलाकर, भारत की फीफा विश्व कप 2026 क्वालिफायर की यात्रा यहीं समाप्त हो गई। भारतीय खिलाड़ियों ने पूरे टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया, लेकिन दुर्भाग्यवश उनकी मेहनत को सही परिणाम नहीं मिल पाया। आने वाले समय में, भारतीय फुटबॉल को और मजबूत करने की जरूरत है ताकि हमारी टीम भविष्य के प्रतियोगिताओं में और भी बेहतर प्रदर्शन कर सके।