हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम: शहरी क्षेत्रों में बीजेपी की शानदार जीत
हरियाणा की राजनीति में भाजपा की तीसरी बार शानदार वापसी
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शहरी क्षेत्रों में भारी जनादेश पाकर अपनी सत्ता को लगातार तीसरी बार बचाया है। चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों को गलत साबित करते हुए, भाजपा ने गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे आईटी और मैन्युफैक्चरिंग के प्रमुख हब पर अपनी पकड़ बनाये रखी। भाजपा प्रत्याशी मुकेश शर्मा ने गुरुग्राम में 68,045 मतों के अंतर से विजय प्राप्त की, जबकि फरीदाबाद में विपुल गोयल ने 48,388 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। इसके अलावा बल्लभगढ़, सोनीपत, करनाल और बादशाहपुर जैसे शहरी क्षेत्रों में भी भाजपा को बड़े पैमाने पर जीत मिली।
कांग्रेस के लिए हार का कारण बने भाजपा के अमोघ अस्त्र
हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में भाजपा की सफलता के कई कारण रहे हैं। सबसे महत्त्वपूर्ण कारण रहा भाजपा का रणनीतिक संदेश और जातिगत समीकरण। यह पार्टी ने गैर-जाट और पिछड़े वर्गों पर विशेष ध्यान दिया। भाजपा ने ओबीसी के नेता नायब सिंह सैनी को शीर्ष पद दिलवाया और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को केंद्र में ला खड़ा किया। ओबीसी हरियाणा की लगभग 40 प्रतिशत जनसंख्या का हिस्सा है, और गैर-जाट समुदाय के साथ मिलकर यह संख्या 75 प्रतिशत तक पहुंच जाती है।
कांग्रेस के खिलाफ 'खर्ची और पर्ची' अभियान
भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ 'खर्ची और पर्ची' अभियान शुरू किया। इसके अंतर्गत भाजपा ने आरोप लगाया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो हरियाणा में फिर से अवैध वसूली के रैकेट सक्रिय हो जाएंगे। इस डर की मनोवृति ने कांग्रेस के खिलाफ काम किया। इसके अलावा पार्टी ने यह संदेश दिया कि अगर भूपिंदर सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री बने तो रोजगार और अवसर रोहतक में ही सिमट जाएंगे।
चुनावी नतीजों का विश्लेषण
नतीजों में किसका प्रदर्शन कैसा रहा, उसे देखते हुए भाजपा का दबदबा साफ नजर आता है। ग्रुरुग्राम में भाजपा प्रत्याशी मुकेश शर्मा ने जहां 68,045 वोटों के अंतर से जीत हासिल की, वहीं फरीदाबाद में विपुल गोयल ने 48,388 मतों के अंतर से विजय पाई। बल्लभगढ़ में मोल चंद शर्मा ने 17,730 वोटों से, सोनीपत में निखिल मदान ने 29,627 वोटों से, करनाल में जगमोहन आनंद ने 33,652 वोटों से और बादशाहपुर में राव नरबीर सिंह ने 60,705 वोटों से जीतकर भाजपा के विजय रथ को आगे बढ़ाया। हालांकि पंचकुला में कांग्रेस के चंदर मोहन ने 1,997 वोटों के अंतर से एकमात्र सीट जीतकर आशा की किरण जताई।
भाजपा की बेहतर रणनीति
भाजपा की जीत के पीछे एक बड़ा कारण उनकी बेहतर चुनावी रणनीति और मजबूती से पेश की गई नीतियां हैं। भाजपा ने अपने प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व को उभारा। उन्होंने विकास परियोजनाओं को जनता के सामने पेश किया, जिनमें स्मार्ट सिटी योजनाएं और अधोसंरचना विकास को प्रमुखता दी गई। इन विकास कार्यों की वजह से शहरी क्षेत्र के मतदाताओं ने भाजपा का जमकर समर्थन किया।
चुनाव परिणाम का सामाजिक-राजनीतिक प्रभाव
भाजपा की यह जीत न केवल हरियाणा की राजनीति को प्रभावित करेगी, बल्कि इसका प्रभाव राष्ट्रीय राजनीति पर भी पड़ेगा। हरियाणा में भाजपा सरकार की वापसी केंद्र में भाजपा के नेतृत्व को और मजबूत करेगी। इसके साथ ही यह भी देखा जाएगा कि इस बार सरकार किन नई परियोजनाओं पर काम करेगी और जनता के मुद्दों को कैसे हल करेगी।