इंटल ने घोषित की भारी छंटनी और डिविडेंड निलंबन, शेयर बाजार में कंपनी के 50 वर्षीय निम्न स्तर ने मचाया हड़कंप
इंटल की भारी छंटनी और वित्तीय रणनीति
इंटल ने हाल ही में एक बिगड़ा हुआ निर्णय लिया है, जिसके तहत कंपनी ने अपने कुल वर्कफोर्स का 15% यानी लगभग 17,500 कर्मचारियों को निकालने की योजना बनाई है। इस निर्णय ने न केवल कंपनी के अंदर बल्कि शेयर बाजार में भी भारी हड़कंप मचा दिया है। इंटल की इस छंटनी का मकसद कंपनी के आगामी वित्तीय प्रदर्शन को सुदृढ़ करना और 10 अरब डॉलर की लागत को बचाना है।
कंपनी ने अपने चौथे तिमाही के डिविडेंड भी निलंबित कर दिए हैं, जो वित्तीय वर्ष 2024 के लिए है। इस निर्णय के बाद कंपनी के शेयर की कीमत में भारी गिरावट आई है। यह मार्केट में 12% तक गिर गई है, जिससे निवेशकों के बीच काफी चिंता बढ़ गई है।
दूसरी तिमाही के नतीजों का विश्लेषण
इंटल की दूसरी तिमाही का प्रदर्शन भी अपेक्षाओं के अनुसार नहीं रहा। विश्लेषकों की उम्मीदों के उलट, कंपनी ने 2 सेंट प्रति शेयर का समायोजित मुनाफा दर्ज किया, जबकि 10 सेंट की उम्मीद थी। कंपनी का राजस्व $12.83 बिलियन रहा, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 1% कम है।
कंपनी के विभिन्न डिवीजन्स के प्रदर्शन पर नज़र डालें तो, क्लाइंट कम्प्यूटिंग ग्रुप ने $7.41 बिलियन के साथ 9% की वृद्धि दर्ज की, जबकि डेटा सेंटर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डिविजन का राजस्व 3% की गिरावट के साथ $3.05 बिलियन तक सिमट गया।
आगामी तिमाही की उम्मीदें और नए प्रोडक्ट लांच
इंटल ने आगामी तीसरी तिमाही में $20 बिलियन तक के समायोजित मुनाफा की संभावना जताई है और राजस्व की उम्मीद $12.5 से $13.5 बिलियन के बीच रखी है। इसके अलावा, कंपनी ने नए प्रोडक्ट लांच किए हैं, जिनमें Xeon 6 सर्वर प्रोसेसर और Gaudi 3 एक्सीलरेटर प्रमुख हैं, जो विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कार्यों के लिए डिजाइन किए गए हैं।
हाल ही में, यू. एस. कॉमर्स डिपार्टमेंट द्वारा चीन के लिए निर्यात लाइसेंसों का पुनरुद्धार भी इंटल के राजस्व पर असर डाला है। ये सभी कदम कंपनी की परिचालन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने और लाभप्रदता बढ़ाने के लिए लिए जा रहे हैं।
शेयर बाजार पर प्रभाव और 50-वर्षीय निम्न स्तर
ईंटल के इस निर्णय का शेयर बाजार पर भारी प्रभाव पड़ा है, जिससे कंपनी के शेयर ने पिछले 50 वर्षों के निम्न स्तर को छू लिया है। निवेशकों द्वारा की गई बिक्री से शेयर की कीमत में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे कंपनी के भविष्य के वित्तीय प्रदर्शन पर भी धुवाँधार प्रश्नचिन्ह खड़े हो गए हैं।
कुल मिलाकर, इंटल की छंटनी और डिविडेंड निलंबन, कंपनी के निवेशकों और कर्मचारियों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है। यह कदम कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय रीबैलेंसिंग का हिस्सा है, जो लंबे समय में उसकी प्रदर्शन क्षमता को सुधारने की कोशिश है।
Jay Fuentes
अगस्त 3, 2024 AT 23:03यार, इंटल की इस छंटनी से अभी बहुत तनाव लग रहा है, लेकिन अगर वे सही दिशा में बदलाव करेंगे तो आगे का रास्ता बेहतर हो सकता है।
कमी के बाद बची टीम अधिक फुर्सत से नयी तकनीकों पर काम कर पाएगी।
निवेशकों को थोडी धैर्य रखनी चाहिए, क्योंकि दीर्घकालिक रिचरजमेंट अक्सर फायदेमंद होता है।
आशा है कि इस कदम से कंपनी को फिर से ऊँचाइयों पर ले जाया जाएगा।
Veda t
अगस्त 3, 2024 AT 23:05इंटेल जैसी विदेशी कंपनी को भारत से बाहर निकालना ही सबसे सही कदम है।
akash shaikh
अगस्त 3, 2024 AT 23:06ओ भाई, इंटेल के बिना अब कंपनी कैसे चलाएगी, इसका अंदाज़ा लगाना मुश्किल है।
क्लाइंट कंप्यूटिंग तो बढ़ी है, पर डेटा सेंटर में गिरावट के पीछे के कारणों को नहीं छुपा सकते।
सिर्फ नए Xeon और Gaudi लॉन्च करके सब ठीक नहीं होगा, मार्केट को भरोसा दिलाने में टाइम लगेगा।
डिविडेंड निलंबित करने का मतलब है शेयरहोल्डर्स को मूछा नहीं मिल रहा।
चलो, देखते हैं अगली तिमाही में क्या रिफ्लेक्शन मिलता है।
Anil Puri
अगस्त 3, 2024 AT 23:08सच में इंटेल के आंकड़े देखके लग रहा है कि सब कुछ उल्टा हो गया है, फोकस नाहीं है।
ज्यादा सोचये वालन को सपोर्ट नहीं मिलेगा, इंटेल को रिवाईंड कर देना चाहिए।
poornima khot
अगस्त 3, 2024 AT 23:10एक दीर्घकालिक निवेशक के रूप में मैं इस स्थिति को एक सीख के रूप में देखता हूँ।
हमें याद रखना चाहिए कि सभी बड़ी कंपनियों को कभी न कभी कठिन निर्णय लेने पड़ते हैं और वही उनके बर्निशिंग बिंदु से बाहर निकलने का रास्ता बनता है।
इंटेल ने 50 साल के इतिहास में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, और इस बार का कदम भी उस प्रवृत्ति का हिस्सा हो सकता है।
छंटनी के माध्यम से लागत में कमी और फोकस्ड इनोवेशन का लक्ष्य स्पष्ट है, जिससे भविष्य में AI और क्लाउड सेक्टर में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिल सकता है।
डिविडेंड निलंबन से शेयरहोल्डर्स को अल्पकालिक नुकसान हो सकता है, परन्तु यदि कंपनी अपने नवीनतम प्रोसेसर और एक्सेलेरेटर से बाजार में नई ऊर्जा भरती है, तो यह निवेश पर प्रतिफल को लंबी अवधि में बेहतर बना सकता है।
वित्तीय रिपोर्ट में दर्शाया गया है कि राजस्व में मामूली गिरावट है, पर यह सामान्य आर्थिक मंदी का प्रभाव भी हो सकता है, न कि केवल इंटेल की कमजोरी।
डेटा सेंटर में गिरावट को देखते हुए, कंपनी को अपने AI इंफ्रास्ट्रक्चर को रीइन्फोर्स करना चाहिए, जिससे भविष्य में वाणिज्यिक ग्राहकों का भरोसा फिर से जीत सके।
नयी प्रोसेसर लाइन Xeon 6 के साथ एंटरप्राइज़ क्लाइंट्स को बेहतर पावर और एफिशिएंसी मिल सकती है, जोकि लागत बचत के साथ जुड़ी है।
Gaudi 3 एक्सीलरेटर भी AI वर्कलोड को तेज करने में मदद करेगा, जिससे इंटेल का मार्केट शेयर बढ़ सकता है।
आइए हम इस बात को समझें कि कंपनी की रणनीतिक पहलें अक्सर अल्पकालिक चुनौतियों को पैदा करती हैं, परन्तु दीर्घकालिक विज़न को साकार करने में मदद करती हैं।
डिविडेंड निलंबन से कुछ निवेशकों का विश्वास कम हो सकता है, परन्तु यह फॉर्म के तहत कंपनी को अपने कैश फ्लो को पुनः संरचित करने का अवसर देता है।
हालांकि, हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि शेयर बाजार में अराजकता का भाव उतार-चढ़ाव को तेज कर सकता है, जिससे बुलबुले फट सकते हैं।
इसलिए, सुदृढ़ फंडामेंटल एनालिसिस के साथ ही हमें निवेश के निर्णय लेने चाहिए, न कि केवल भावनात्मक प्रतिक्रियाओं पर।
समाप्ति में, मैं यह कहूँगा कि इंटेल की यह चाल जोखिम भरी है, परन्तु सही तरह से निष्पादित होने पर यह कंपनी को नए सिरे से उभरने का मार्ग दे सकती है।
रिस्क मैनेजमेंट, इन्नोवेशन फोकस और मार्केट डिमांड को समझते हुए ही हम इसको एक संभावित पुनरुद्धार मान सकते हैं।
Mukesh Yadav
अगस्त 3, 2024 AT 23:11इंटेल के पीछे कुछ बड़ा षड्यंत्र छुपा है, ये सभी कदम सिर्फ़ एक बड़े प्लान का हिस्सा हैं।
शेयर मार्केट को नियंत्रित करने वाले गुप्त समूह ने इस गिरावट को इंटेल के ऊपर डाल दिया है।
डिविडेंड निलंबन और छंटनी सिर्फ़ दिखावा है, असली मुद्दा है राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिम।
हम सबको सचेत रहना चाहिए और इस बड़े साजिश को उजागर करना चाहिए।