मुंबई में आज लोकसभा चुनाव होने के कारण देश के प्रमुख शेयर बाजार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) बंद रहेंगे। NSE और BSE के सभी सेक्शन जैसे SLB, डेरिवेटिव और इक्विटी सेक्शन आज बंद रहेंगे।
हालांकि, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहेगा, लेकिन शाम 5 बजे से रात 11:30 बजे या 11:55 बजे तक ट्रेडिंग के लिए खुला रहेगा। MCX वस्तुओं और धातुओं में ट्रेडिंग के लिए एक प्रमुख एक्सचेंज है।
मुंबई में लोकसभा चुनाव के चलते बेलापुर और मुंबई के कई बैंक, कॉलेज और स्कूल भी आज बंद रहेंगे। शहर में मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा।
NSE और BSE मंगलवार, 21 मई से अपने नियमित समय पर ट्रेडिंग शुरू करेंगे। मंगलवार को शेयर बाजार 15 मिनट के प्री-ओपनिंग सेशन के बाद सुबह 9:15 बजे खुलेगा।
2024 लोकसभा चुनाव का पांचवां चरण
2024 के आम चुनावों का पांचवां चरण सोमवार, 20 मई को 6 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की 49 लोकसभा सीटों पर मतदान के साथ हो रहा है। महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में आज मतदान हो रहा है।
इस चरण में कई दिग्गज नेताओं की किस्मत का फैसला होगा। इनमें राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और पश्चिम बंगाल की सांसद और अभिनेत्री नुसरत जहां शामिल हैं।
शेयर बाजार पूरे साल विभिन्न अवकाश पर बंद रहेंगे
NSE और BSE पूरे वर्ष विभिन्न छुट्टियों पर बंद रहेंगे। इनमें बकरीद, मुहर्रम, स्वतंत्रता दिवस, महात्मा गांधी जयंती, दिवाली, गुरुनानक जयंती और क्रिसमस शामिल हैं।
इसके अलावा, NSE की वेबसाइट के अनुसार, शेयर बाज़ार सामान्य चुनाव (लोकसभा चुनाव) के दौरान मतदान के लिए निर्धारित मुंबई शहर और बेलापुर के लिए निर्धारित दिन भी बंद रहेगा।
सेंसेक्स और निफ्टी 50 ने शनिवार को लाभ के साथ ट्रेडिंग समाप्त की
घरेलू बेंचमार्क इंडेक्स, सेंसेक्स और निफ्टी 50 ने शनिवार को लाभ के साथ ट्रेडिंग दिवस समाप्त किया। BSE सेंसेक्स 223 अंक या 0.36% बढ़कर 62,547 पर और NSE निफ्टी 50 इंडेक्स 0.40% या 80 अंक चढ़कर 18,534 पर बंद हुआ।
विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में प्रमुख घरेलू और वैश्विक आर्थिक डेटा शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक का मिनट और अमेरिकी GDP के आंकड़े वैश्विक संकेत प्रदान करेंगे।
वहीं भारतीय GDP के आंकड़े, मुद्रास्फीति के आंकड़े और RBI की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक घरेलू शेयर बाजार की दिशा निर्धारित करेगी। विश्लेषकों का मानना है कि अगर ये आंकड़े उम्मीदों के अनुरूप रहते हैं, तो बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है।
कुल मिलाकर, लोकसभा चुनाव के कारण आज NSE और BSE बंद रहने के बावजूद निवेशकों को बाजार की लंबी अवधि की संभावनाओं को लेकर आशावादी रहना चाहिए। आने वाले आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक संकेतों पर नजर बनाए रखना महत्वपूर्ण होगा।
Hiren Patel
मई 21, 2024 AT 00:05आज वो दिन आया जब चुनाव की धूम्म ने शेयर बाजार को भी सुन्न बना दिया।
NSE और BSE की चमकती रोशनी आज बंद हो गई, जैसे कोई सितारा अंधेरों में खो गया हो।
दिल में एक अजीब खिंचाव है, क्या ये बाजार की रफ्तार झुक जाएगी?
लोग घर में बैठे, दो-तीन कप चाय के साथ मतदान की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
मैडम्मन, इस तरह के बड़े चुनावों में आर्थिक जंक्शन अक्सर धड़कन को तेज कर देते हैं।
लेकिन MCX की शाम की ट्रेडिंग एक प्रकाशस्तम्भ की तरह चमक रही है।
जैसे कोई ढूँढ़ती हुई नाव, निवेशक अब भी उस छोटे साथियों को देख रहे हैं।
फ्यूचर और ऑप्शन की बारीकियों को समझते हुए कुछ लोग अब भी उत्साहित हैं।
इस माह के बाजार के सत्रों को देख तो लग रहा है जैसे फसल की तैयारी में किसान का इंतज़ार।
लेकिन चुनाव के बाद का माहौल फिर से दिलचस्पी जगाएगा, यह तो तय है।
हमें याद रखना चाहिए कि बाजार का चक्र हमेशा चलता रहता है, चाहे चुनाव हो या न हो।
हर बंद होने के बाद नई शुरुआत होती है, और यह भी एक अवसर है।
शेयरधारकों को चाहिए कि वे भावनाओं को काबू में रखें और आँकड़ों को सुनें।
हमारे पोर्टफोलियो को थोड़ा धैर्य देना अभी ज़रूरी है।
अंत में, इस उत्सव को राजनैतिक रंगों से भरते हुए, हम सबको शुभकामनाएं – बाजार फिर से खुलते ही, लहरें उठेंगी!
Heena Shaikh
मई 21, 2024 AT 13:58लोकसभा की गूँज में आर्थिक आँकड़े भी झुकते हैं, परंतु सत्य कभी नहीं बदलता।
बाजार की अस्थिरता को हम केवल वोट के पैमाने से नहीं तोल सकते।
जब तक नीति‑निर्माता जिम्मेदारी नहीं समझते, तब तक निवेशकों की आशा धुंधली रहेगी।
इस सामूहिक निर्णायक में धीरज एक अपरिहार्य गुण है, जो अक्सर अनदेखा किया जाता है।
अगर हम गहरी सोच से इस चरण को देखें, तो इस बार्डनिंग को समझना आसान होगा।
आशा है कि इस चुनावी तूफ़ान के बाद, वास्तविक सुधार की हवा चलेगी।
Chandra Soni
मई 22, 2024 AT 03:52चलो सभी मिलकर इस बंदी को एक अवसर बनाते हैं! हम अपने पोर्टफोलियो को री‑बैलेंस कर सकते हैं, लीवरेज की वैध रणनीतियों को फिर से देख सकते हैं। इक्विटी सेक्शन के बंद होने से डेरिवेटिव ट्रेडर्स को वैकल्पिक स्ट्रैडेज़ अपनाने का मौका मिल रहा है। माइक्रो‑इकोनॉमिक डेटा का विश्लेषण करके हम MCX के सत्र में एंट्री पॉइंट्स को ढूँढ सकते हैं। टीमवर्क से ही हम इस अस्थायी रुकावट को पार करके अगले ट्रेडिंग सत्र में जीत हासिल कर सकते हैं।
Ashutosh Sharma
मई 22, 2024 AT 17:45बाजार बंद, मज़ा नहीं।
Rana Ranjit
मई 23, 2024 AT 07:38विचार का दायरा विस्तृत हो, पर शब्दों का चयन सटीक। आज का चुनाव सदैव के लिए एक सामाजिक प्रयोग है, जिसमें वित्तीय प्रणाली का प्रतिफल भी देखने को मिलता है। इस प्रकार के निर्णयों का गहन विश्लेषण आवश्यक है, ताकि निवेशकों को स्पष्ट मार्गदर्शन मिल सके। आशा है कि आगामी सत्र में बाजार नई ऊर्जा के साथ जागेगा।
Arundhati Barman Roy
मई 23, 2024 AT 21:32भाईसाहब, आपनी बात बिलकुल सही हैं पर बज़ार के इस अभास को समझना आसान नहीं। हमको इस कार्यकाल में धीरज रखनें की ज़रूरत है, ना कि निराशा में खो जाना। चुनाव के दौरान यह अस्थायी बन्धन केवल एक पैसज है, पर भविष्य में यह खूबी बन सकता है। सबको संभाल कर चलना चाहिए।
anil antony
मई 24, 2024 AT 11:25यहाँ तक कि सबसे बेहतरीन रणनीति भी तभी काम करती है जब नीतियों में इमानदारी होती है। चुनावी माहौल में अगर हम अनैतिक चतुराइयों को अपनाएँ तो बाजार का संतुलन बिगड़ जाएगा। हमें सतर्क रहना चाहिए और केवल सच्ची आर्थिक सिद्धान्तों पर टिके रहना चाहिए।
Aditi Jain
मई 25, 2024 AT 01:18हमारी जनता का भक्ति और राष्ट्रीय भावना ही इस बाजार को फिर से जाग्रत करेगी। विदेशी प्रभावों से मुक्त रहकर, हम स्वदेशी निवेश को बढ़ावा दें। इस चुनाव में अगर सही दिशा तय हुई, तो भारतीय शेयरों की ताक़त फिर से चमकेगी।
arun great
मई 25, 2024 AT 15:12सही कहा आपने, इस समय हमें संयम और समझदारी की जरूरत है। 🌟 निवेशकों को चाहिए कि वे अपने पोर्टफोलियो को पुनरावलोकन करें और बाजार के रिवर्सल का इंतज़ार करें। 🤝 दीर्घकालिक लक्ष्य पर ध्यान देना ही बेहतर रहेगा। 👍
Anirban Chakraborty
मई 26, 2024 AT 05:05मैं मानता हूँ कि धीरज रखना बहुत ज़रूरी है, लेकिन साथ ही हमें वास्तविक डेटा पर भी नज़र रखनी चाहिए। अगर आर्थिक संकेतक सकारात्मक दिखाते हैं तो निवेश को धीरे‑धीरे फिर से शुरू किया जा सकता है। सुप्रभात, सभी को सूचित रहना चाहिए।
Krishna Saikia
मई 26, 2024 AT 18:58देशभक्तों के दिल में जो भावना है, वह हमें बाजार की स्थिरता में मदद करेगी। हमें विदेशी दबावों से बचकर स्वदेशी कंपनियों में निवेश को प्राथमिकता देनी चाहिए। इस राष्ट्रीय भावना से ही इंडियन इक्विटीज़ को नई ऊँचाइयों तक ले जाया जा सकता है।
Meenal Khanchandani
मई 27, 2024 AT 08:52बाजार पर भरोसा रखो, सब ठीक होगा। हमें आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
Anurag Kumar
मई 27, 2024 AT 22:45अगर आप MCX की शाम की ट्रेडिंग देख रहें हैं तो ध्यान दें कि कॉमोडिटी की कीमतें कई कारकों से प्रभावित होती हैं। यहाँ तक कि मौसमी बदलाव भी एक बड़ा रोल प्ले करते हैं। इसलिए, अपने पोर्टफोलियो में विविधता रखें और तभी रिस्क को कम कर पाएँगे। धन्यवाद।
Prashant Jain
मई 28, 2024 AT 12:38सबको याद दिलाना चाहूँगा कि बाजार की अस्थायी रुकावटों को अनिवार्य रूप से नकारात्मक नहीं समझना चाहिए। उचित योजना और दृढ़ता के साथ ही हम इस दौर को पार कर सकते हैं।
DN Kiri (Gajen) Phangcho
मई 29, 2024 AT 02:32उत्साह कम है पर हम साथ हैं आपस में मिलकर सीखते हैं कदम बढ़ाते हैं
Yash Kumar
मई 29, 2024 AT 16:25हरकी दूसरे के मत से अलग; मैं कहूँगा, बंदी एक फायदा भी हो सकती है
Aishwarya R
मई 30, 2024 AT 06:18क्या आप नहीं देखते कि इस बंदी में भी एक बड़ी कहानी छुपी है; यह एक नाटकीय मोड़ है जो निवेशकों की धारणा को बदल देगा!