जब हम धोखाधड़ी, वित्तीय, डिजिटल या व्यक्तिगत जानकारी को छल से हासिल करने का कृत्य है. इसे अक्सर धोखा कहा जाता है, तो इसके कई रूप होते हैं—कभी नकली लॉटरी के रूप में, कभी ऑनलाइन टिकट स्कैल्पिंग की बुराई में, और कभी साइबर अटैक से कंपनियों को भारी नुकसान में। यह रचना इन सभी पहलुओं को एक साथ जोड़कर आपको समझाने की कोशिश करती है कि धोखाधड़ी क्यों बढ़ रही है और आप कैसे सुरक्षित रह सकते हैं।
एक आम नकली लॉटरी, गलत टिकट या झूठे विजेताओं का बहाना बनाकर लोगों से पैसा लेने की विधि आजकल छोटे शहरों की गली‑गली में फ़ैल गई है। किशनगंज में पुलिस ने 25,200 नकली लॉटरी टिकट बरामद किए, जिससे कई लोगों को आर्थिक नुकसान हुआ। इस केस से साफ़ है कि धोखाधड़ी सिर्फ बड़े शहरों की नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रचलित है। अगर आप ऐसी लॉटरी से जुड़ते हैं तो तुरंत टिकट के वैधता नंबर, प्रमाणीकरण प्रक्रिया और आधिकारिक वेबसाइट की जांच करनी चाहिए—ये बुनियादी कदम आपको फँसने से बचा सकते हैं।
डिजिटल युग में टिकट स्कैल्पिंग, ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर महंगे इवेंट टिकट को हाई प्राइस पर बेचना एक नया धोखाधड़ी रूप बन गया है। बुकमायशो के सीईओ को मुंबई पुलिस ने टिकट स्कैल्पिंग केस में बोलाया, क्योंकि फैंस को कॉन्सर्ट के टिकट बहुत महँगे दामों पर बेचे जा रहे थे। यह न केवल उपभोक्ताओं को धोखा देता है, बल्कि वैध इवेंट आयोजकों की विश्वसनीयता को भी नुकसान पहुंचाता है। इस प्रकार की धोखाधड़ी रोकने के लिए प्लेटफ़ॉर्म को मजबूत KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया अपनानी चाहिए, और खरीदारों को आधिकारिक पासबुक या QR कोड की पुष्टि करनी चाहिए।
जब हम व्यक्तिगत डेटा की बात करते हैं, तो साइबर अटैक, कम्प्यूटर नेटवर्क पर हमले जिससे डेटा चोरी या वित्तीय नुकसान हो भी एक बड़ा खतरा बन चुका है। जैगर लैंड रोवर पर हालिया साइबर अटैक ने 33,000 कर्मचारियों को घर से काम करने पर मजबूर कर दिया और कंपनी को अरबों रुपये का संभावित नुकसान बताया गया। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि धोहधड़ी केवल धन की चोरी नहीं, बल्कि परिचालन व्यवधान और प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचा सकती है। कंपनियों को फायरवॉल, एन्क्रिप्शन और नियमित पेनिट्रेशन टेस्टिंग जैसी सुरक्षा उपायों को अपनाना चाहिए, जबकि सामान्य उपयोगकर्ता दो-फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन और मजबूत पासवर्ड प्रयोग करके अपनी सुरक्षा बढ़ा सकते हैं।
कभी-कभी धोखाधड़ी का रूप कानूनी झड़प में बदल जाता है, जैसे डिफेमेशन, किसी व्यक्ति या संस्था की बदनामी वाले झूठे दावे का मामला। पूर्व NCB अधिकारी समीर वंकुडे ने शाहरुख़ खान और नेटफ्लिक्स के खिलाफ दो करोड़ रुपये की हर्जाने की माँग करते हुए डिफेमेशन केस दायर किया। यह केस दिखाता है कि झूठी जानकारी न केवल मनोवैज्ञानिक नुकसान पहुँचाती है, बल्कि आर्थिक दायित्व भी बनाती है। ऐसे मामलों में साक्ष्य संग्रह, डिजिटल फ़ोरेंसिक और कानूनी परामर्श बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।
इन सब केसों से हम देख सकते हैं कि धोखाधड़ी के विभिन्न रूप—नकली लॉटरी, टिकट स्कैल्पिंग, साइबर अटैक, डिफेमेशन—एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। एक ही तकनीक या रणनीति कई रूप ले सकती है, इसलिए बचाव भी सामूहिक होना चाहिए। नीचे की लिस्ट में हम उन समाचारों को इकट्ठा किया है जो हाल ही में धोकाधड़ी से जुड़ी घटनाओं को उजागर करते हैं, उनके प्रभावों को बताते हैं और संभावित समाधान भी सुझाते हैं। इन लेखों को पढ़कर आप न सिर्फ वर्तमान जोखिमों से अवगत होंगे, बल्कि अपने जीवन और व्यापार को सुरक्षित रखने के ठोस कदम भी सीखेंगे।
दीप्ति शर्मा को सहेली आरुषि की 25 लाख की धोखाधड़ी और जेवरात चोरी ने झटका दिया। मामला कोर्ट में, विशेषज्ञों ने सुरक्षा उपायों की चेतावनी दी।
भारत 26 जनवरी 2025 को अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, जो संविधान की स्वीकृति का प्रतीक है। यह दिन स्वतंत्रता सेनानियों और सैनिकों की कुर्बानियों को याद कर देश की लोकतांत्रिक यात्रा का जश्न मनाने का है। गणतंत्र दिवस भारतीय संस्कृति, विविधता, और संविधान के मूल्यों की महिमा का उत्सव है।
इंटल ने अपने 15% कर्मचारियों को निकालने का निर्णय लिया है, जो लगभग 17,500 नौकरियों के बराबर है। इस कदम का उद्देश्य 10 अरब डॉलर के लागत कटौती प्रयास के हिस्से के रूप में कंपनी की वित्तीय प्रदर्शन में सुधार करना है। कंपनी ने अपने शेयर की कीमत में भारी गिरावट देखी है, जो घोषणा के बाद 12% तक गिर गई।
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन पर खड़ी कंचनजंगा एक्सप्रेस को मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में कई कोचों को नुकसान पहुंचा और कई लोग घायल हो गए। इस घटना के पीछे सिग्नल फेलियर को कारण माना जा रहा है। बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं।
अफगानिस्तान के स्टार ऑल-राउंडर मोहम्मद नबी ने 2025 में पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के बाद वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है। 39 वर्षीय नबी ने 2009 में अपना पदार्पण किया था और उन्होंने 165 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें 3549 रन बनाए और 171 विकेट लिए। नबी टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके हैं और आगे भी T20 क्रिकेट खेलते रहेंगे।
महान पुर्तगाली डिफेंडर पेपे ने 33 मिनट के वीडियो के माध्यम से पेशेवर फुटबॉल से संन्यास की घोषणा की। अपने 23 साल के करियर में उन्होंने 34 ट्रॉफी जीतीं। उनकी अंतिम उपस्थिति राष्ट्रीय टीम के लिए यूरोपीय चैम्पियनशिप में फ्रांस के खिलाफ आई थी। पेपे ने अपने करियर की शुरुआत 2002 में मारीटिमो से की थी।