AI और रोज़मर्रा की छोटी-छोटी आदतों का टकराव अब सिर्फ किताबों की बात नहीं रहा। उदाहरण के तौर पर अहमदाबाद की जगन्नाथ रथ यात्रा में AI-आधारित सर्विलांस और ड्रोन तैनाती ने परंपरा वाली भीड़ प्रबंधन को बदल दिया — यही विषय इस टैग पर बार-बार आता है।
यहाँ हम उन खबरों और विश्लेषणों को इकट्ठा करते हैं जहाँ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सीधा असर लोगों की ज़िंदगी, सुरक्षा या कामकाज पर दिखे। चाहें वो सार्वजनिक इवेंट में AI निगरानी हो, या टेक कंपनी के प्रबंधन में AI के चलते बदलाव — दोनों के असर का हमें मापना है। इस टैग पर आप ऐसे लेख पाएँगे जो सवाल उठाते हैं: क्या AI हमारी निज़ता ले रहा है? क्या मशीनें नौकरियाँ बदल रहीं हैं? और क्या संस्कृति में कोई बड़ा बदलाव आ रहा है?
कुछ ताज़ा शॉर्ट-नोट्स: अहमदाबाद रथ यात्रा की खबर में 23,000 पुलिस और AI निगरानी का जिक्र है — यानी बड़े धार्मिक आयोजनों में तकनीक कैसे काम आती है। दूसरी तरफ़ Google जैसी कंपनियों के मैनेजमेंट कट में AI प्रतिस्पर्धा का हवाला मिलता है — यानी तकनीक सीधे नौकरी और संगठन पर असर डालती है।
खबर पढ़ते समय कुछ आसान बातों का ध्यान रखें: स्रोत कौन है, आधिकारिक बयान हैं या अटकलें, और डेटा कितना साफ़ है। अगर लेख किसी सुरक्षा तकनीक की बात कर रहा है तो पूछें — यह तकनीक किसके द्वारा संचालित है और डेटा किस तरह संभाला जा रहा है? जब नौकरी या नीतियों की खबर हो तो देखें कि असर किस समूह पर होगा — विशेषज्ञ, मजदूर या सामान्य उपभोक्ता?
याद रखें कि हर नई टेक्नोलॉजी तुरंत बुरा या अच्छा नहीं होती। कई बार AI सरल कामों को तेज कर देता है और नए अवसर बनाता है; तो कहीं नियम और पारदर्शिता की कमी से जोखिम भी बढ़ता है। इस टैग पर आपको दोनों तरह की रिपोर्ट और एक्सप्लेनर मिलेंगे — फेक्ट्स के साथ सवाल भी।
अगर आप तेज़, साफ़ और प्रैक्टिकल जानकारी चाहते हैं तो इस टैग को फॉलो करें। हम वही खबरें चुनते हैं जो रोज़मर्रा के फैसलों में मदद करें — चाहे वह सुरक्षा के लिए लॉकडाउन नीतियाँ हों, टेक कंपनीज़ के बड़े फैसले हों या समाज पर पड़ने वाले छोटे-छोटे प्रभाव।
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अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस पर स्विगी ने इंस्टाग्राम पर AI और चाय की एक मजेदार तुलना पोस्ट की। पोस्ट में AI और चाय के बीच अंतर को रेखांकित किया गया और चाय प्रेमियों ने इस पर जमकर प्रतिक्रिया दी।
आज कोलकाता में फिलिस्तीन समर्थन रैली आयोजित की जाएगी। इस रैली का आयोजन सीपीआई (एम), सीपीआई, आरएसपी और वाम मोर्चा पार्टियों ने किया है। रैली दोपहर 3:30 बजे धर्मतला में लेनिन की मूर्ति से शुरू होकर चौरंगी क्रॉसिंग पर यूनाइटेड इंफॉर्मेशन सेंटर के सामने प्रदर्शन में परिणित होगी। रैली का उद्देश्य फिलिस्तीन के समर्थन में एकजुटता दिखाना और गाजा में इसराइल की कार्रवाई की निंदा करना है।
राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर का अनुमान है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 2019 के प्रदर्शन के समान लगभग 300 सीटें मिल सकती हैं। उनके अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कोई व्यापक गुस्सा नहीं है, जो परिणाम को प्रभावित कर सकता है।
Sanstar Ltd. के शेयरों ने अपने शुरुआती सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) मूल्य से 15% प्रीमियम पर शेयर बाजार में प्रवेश किया। कंपनी ने इस IPO के माध्यम से कुल 510.15 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जिनमें 4.18 करोड़ नए शेयर और 1.19 करोड़ ऑफर-फॉर-सेल कम्पोनेंट शामिल हैं। कंपनी अपने कर्ज को कम करने और लाभप्रदता को बढ़ाने के लिए इस पूंजी का उपयोग करेगी।
बिग बॉस ओटीटी का तीसरा सीजन प्रीमियर हुआ जिसमें 16 प्रतियोगी शामिल हैं। अभिनेता साईं केतन राव ने अपनी भावनात्मक यात्रा साझा की और कहा कि वे सच्ची जिंदगी के अनुभवों में हमेशा ईमानदार रहे हैं। पत्रकार दीपक चौरसिया ने 'ब्रेकिंग न्यूज़' सेगमेंट में हिस्सा लिया और कठिन सवालों का सामना किया। शो में प्रतिभागियों और होस्ट्स की शानदार एंट्री हुई।
Agnikul Cosmos के CEO श्रीनाथ रविचंद्रन ने हालिया लॉन्च में दो महिला नेताओं के महत्वपूर्ण योगदान पर जोर दिया। कंपनी अपने पहले ऑर्बिटल लॉन्च की तैयारी कर रही है, जो आगामी नौ से दस महीनों में होने की उम्मीद है। कंपनी ने पहले ही विभिन्न तकनीकों को मान्य किया है और लगभग 12-13 ग्राहकों के साथ उन्नत चरण में बातचीत कर रही है।