क्या आपने कभी सोचा है कि कई बार सही मौका मिलते रहते हैं लेकिन कोई कदम आगे नहीं बढ़ता? महिला नेतृत्व में अक्सर छोटे फैसले बड़ा असर डालते हैं। इस पेज पर हम वही कारगर सलाह और ताज़ा खबरें लाते हैं जो सीधे काम आ सकें—नीतियाँ, घटनाएँ, इंटरव्यू और प्रैक्टिकल टिप्स।
हमारे आर्टिकल्स आपको बतायेंगे कि नेता बनना सिर्फ उच्च पद तक पहुँचना नहीं है—यह प्रभाव बनाना, टीम को दिशा देना और आवाज़ बनाना है। यहां मिलने वाली जानकारी पत्रकारिता, नीति और वास्तविक जीवन के उदाहरणों पर आधारित है। आप तुरंत लागू कर सकने वाले कदम पाएँगे, न कि केवल सामान्य बातें।
सबसे पहले, अपनी बातचीत की क्षमता (communication) सुधारें। साफ और सटीक बात करने से आपकी बातों को लोग याद रखते हैं। दूसरी चीज़: निर्णय लेना—छोटे जोखिम ले कर फैसले की आदत डालें। तीसरी चीज़: नेटवर्क—हर महीने दो नए लोगों से संपर्क करें जो आपकी सोच बदल सकें।
नेगोसिएशन सीखें। वेतन, संसाधन या प्रोज़ेक्ट जिम्मेदारी पाने के लिए रणनीति बनाना जरूरी है। अपने काम को आंकड़ों से साबित करना सीखें—रिपोर्ट, परिणाम और तुलना। इससे आप विश्वास के साथ माँग कर पाएँगी।
कई बार समस्या व्यक्तिगत नहीं, सिस्टम की होती है। आप नीति बदलने में कैसे मदद कर सकती हैं? छोटे-छोटे कदम से शुरुआत करें: पॉलिसी ड्राफ्ट पर सुझाव दें, लचीले कार्य समय के फायदे गिनाएँ, और मेंटरिंग प्रोग्राम शुरू करने की पहल करें।
कॉलर टू एक्शन: अपनी टीम में एक समान अवसर का छोटा पायलट चलाकर दिखाएँ—6 महीने का लक्ष्य तय करें और नतीजे साझा करें। प्रदर्शन दिखाने से बड़े फैसले लेने वालों को भरोसा बढ़ता है।
यह टैग उन खबरों और स्टोरीज़ को कवर करता है जो महिला नेतृत्त्व पर असर डालती हैं—सरकारी नीतियाँ, कॉरपोरेट बदलाव, लोकल हीरोज़ और सफलता की कहानियाँ। आप ताज़ा अपडेट पढ़कर समझेंगी कि कौन से मौके आपके लिए उपयुक्त हैं और कौन से जाल।
अगर आप करियर बदल रही हैं या आगे बढ़ना चाहती हैं, तो छोटे लक्ष्य रखें—हर महीने एक स्किल सीखना, हर क्वार्टर में एक नेटवर्क मीटअप और हर साल एक नया नेतृत्व प्रोजेक्ट। ये छोटे कदम मिलकर बड़ा फर्क लाते हैं।
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Agnikul Cosmos के CEO श्रीनाथ रविचंद्रन ने हालिया लॉन्च में दो महिला नेताओं के महत्वपूर्ण योगदान पर जोर दिया। कंपनी अपने पहले ऑर्बिटल लॉन्च की तैयारी कर रही है, जो आगामी नौ से दस महीनों में होने की उम्मीद है। कंपनी ने पहले ही विभिन्न तकनीकों को मान्य किया है और लगभग 12-13 ग्राहकों के साथ उन्नत चरण में बातचीत कर रही है।
सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने शॉर्ट-सेलर हिन्डेनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों को 'निराधार' और 'असत्य' करार दिया है। हिन्डेनबर्ग ने कथित तौर पर दावा किया था कि दोनों ने अडानी समूह को अवैध रूप से निधियों का स्थानांतरण किया। बुच दंपति ने खुलासा किया कि वे अपनी सभी वित्तीय दस्तावेज किसी भी प्राधिकारी को दिखाने के लिए तैयार हैं।
ओला इलेक्ट्रिक, एक प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता, इस साल की सबसे बड़ी IPO लिस्टिंग के रूप में 6,100 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। इस IPO से टाइगर ग्लोबल और Z47 (पूर्व में मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया) व्यक्तिगत रूप से बड़े मुनाफे की ओर बढ़ रहे हैं। ओला इलेक्ट्रिक की यह लिस्टिंग भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनावों के दौरान ही राज्य को याद करने का आरोप लगाया है। पटनायक ने कहा कि मोदी के वादे केवल रूखी-सूखी घोषणाएँ हैं।
अफगानिस्तान के स्टार ऑल-राउंडर मोहम्मद नबी ने 2025 में पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के बाद वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है। 39 वर्षीय नबी ने 2009 में अपना पदार्पण किया था और उन्होंने 165 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें 3549 रन बनाए और 171 विकेट लिए। नबी टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके हैं और आगे भी T20 क्रिकेट खेलते रहेंगे।
महान पुर्तगाली डिफेंडर पेपे ने 33 मिनट के वीडियो के माध्यम से पेशेवर फुटबॉल से संन्यास की घोषणा की। अपने 23 साल के करियर में उन्होंने 34 ट्रॉफी जीतीं। उनकी अंतिम उपस्थिति राष्ट्रीय टीम के लिए यूरोपीय चैम्पियनशिप में फ्रांस के खिलाफ आई थी। पेपे ने अपने करियर की शुरुआत 2002 में मारीटिमो से की थी।