समुद्र पर सुरक्षा और ताकत दिखाने वाले जहाज़ों को सामान्य भाषा में युद्धपोत कहते हैं। आज के युद्धपोत सिर्फ बड़ी कूची नहीं, बल्कि मिसाइल, रडार, हेलीकॉप्टर और ड्रोन लेकर चलने वाले छोटे-छोटे कंप्यूटिंग सिस्टम भी हैं। नौसेना की किसी भी बड़ी खबर में युद्धपोतों की भूमिका पहली पंक्ति में रहती है—चाहे वह मिलने वाली नई डिलीवरी हो, समुद्री अभ्यास हो या किसी घटना की रिपोर्ट।
युद्धपोतों को पहचानना मुश्किल नहीं है। एयरक्राफ्ट कैरियर (विमानवाहक), डेस्ट्रॉयर (वृहद आक्रमण/वायु रक्षा), फ्रिगेट (मिश्र सेवा व एसोसिएट), कोरवेट (तटीय सुरक्षा), अम्फीबियस लैंडिंग शिप और एंटी-सबमरीन युद्धक जहाज़—ये मुख्य श्रेणियाँ हैं। उदाहरण के तौर पर भारत में INS Vikrant एक विमानवाहक है, INS Vikramaditya भी बड़ा कैरियर है, और Kolkata-class जैसे डिस्ट्रॉयर आधुनिक वायु रक्षा व मिसाइल क्षमताओं से लैस हैं।
अब युद्धपोतों में केवल तोप और मशीन गन नहीं रहतीं। मिसाइलें (ब्रह्मोस, एसएसएन या एंटी-शिप मिसाइल), इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम, रडार-स्टेल्थ टेक्निक, CIWS (नज़दीकी रक्षा), और एयर डी परत-हेलीकॉप्टर/ड्रोन सिस्टम आम हो गए हैं। इससे युद्धपोत की पकड़ ज्यादा दूर तक और तेज़ होती है। क्या फर्क पड़ता है? एक ही जहाज़ अब टोही से लेकर हमले और बचाव तक कई भूमिकाएं निभा सकता है।
रख-रखाव और प्रशिक्षण भी उतना ही अहम है। सी-पावर प्रोद्योगिकी और ऑटोमेशन से क्रू की संख्या कम होती जा रही है, पर सिस्टम-अपग्रेड लगातार चाहिए। समुद्री परीक्षण (sea trials) और कमिशनिंग की खबरें इसलिए ध्यान से पढ़ें—वही संकेत देते हैं कि नया जहाज़ कितनी तैयार स्थिति में है।
समाचार में कुछ शब्द बार-बार आते हैं: "laid down", "keel laid", "launched", "sea trials", "commissioned", "IOC/FOC", और हथियारों के नाम—इनको समझना आसान है और ये आपको जहाज़ की स्थिति बताएँगे। खरीद में टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, स्थानीय निर्माण और मिसाइल सिस्टम जैसे ब्रह्मोस या बाराक-8 की मौजूदगी महत्वपूर्ण संकेत हैं।
अगर आप युद्धपोतों की खबरों को समझना चाहते हैं तो इन बातों पर ध्यान दें: किसने विषम देश के साथ अभ्यास किया, किन हथियारों की तैनाती हुई, और क्या समुद्री मार्गों पर रणनीतिक बदलाव हुए हैं। छोटे शब्दों में—डिलीवरी, परीक्षण, अभ्यास और अपग्रेड सबसे अहम हैं।
युद्धपोतों की खबरें तेज़ बदलती हैं। किसी घटना की तस्वीरें, विशेषज्ञ कमेंट और आधिकारिक बुलेटिन मिलते ही संदर्भ बदल सकता है। समाचार संग्रह पर 'युद्धपोत' टैग आपको ऐसे अपडेट देगी—न्यू शिप, समुद्री अभ्यास, और तकनीकी बदलावों की ताजगी के साथ। अगर किसी रिपोर्ट में कोई नया नाम या तकनीक दिखे तो उसे नोट कर लें; वही अगले अपडेट में अहम बन सकती है।
रुचि हो तो आप ताज़ा नौसेना अभ्यास, कमिशनिंग रिपोर्ट और हथियार सिस्टम के फीचर-आधारित लेख यहाँ नियमित देख सकते हैं। सवाल हैं? नीचे कमेंट करें या संबंधित खबर पर क्लिक करके पूरी रिपोर्ट पढ़ें।
कनाडाई नौसेना का गश्ती जहाज मार्गरेट ब्रुक शुक्रवार को हवाना पहुंचा, इससे पहले रूसी युद्धपोत और एक अमेरिकी अटैक पनडुब्बी ने क्यूबा में दस्तक दी थी। रूसी युद्धपोतों में एडमिरल गोर्शकोव और परमाणु-संचालित पनडुब्बी कजान शामिल थे। इस घटना ने रूस और क्यूबा के बीच के स्थायी संबंधों तथा पश्चिमी देशों के साथ जारी तनाव को उजागर किया है।
UFC 310 का आयोजन 7 दिसंबर, 2024 को लास वेगास, नेवादा में हुआ। मुख्य मुकाबले में फ्लाइवेट चैंपियन अलेक्जेंड्रे पेंटोजा ने जापानी खिलाड़ी काई असाकुरा को दूसरे दौर में सबमिशन से हराया। पेंटोजा ने लगातार सातवीं जीत दर्ज की और अपने खिताब को तीन बार सुरक्षित रखा। अन्य मुकाबलों में शावकात रखमोनोव ने इयान माचाडो गैरी को हराया और सिरील गेने ने एलेक्जेंडर वोलकोव को हराया।
मैनचेस्टर सिटी ने एफए कप के चौथे राउंड में लीटन ओरिएंट के खिलाफ 2-1 से रोमांचक जीत हासिल की। अन्य मुकाबलों में मिलवॉल ने लीड्स को 2-0 से हराया और प्रेस्टन ने पेनल्टी में वायकोम्ब को मात दी। प्रीमियर लीग की टीमों को निम्न डिवीज़न टीमों से चुनौती मिली।
Snapchat ने मेमोरीज़ स्टोरेज को 5GB तक सीमित किया और 100GB, 250GB, 5TB के पेड प्लान लॉन्च किए। उपयोगकर्ता 12 महीने की ग्रेस पीरियड में निर्णय ले सकते हैं।
प्रोफेशनल रेसलर जॉन सीना ने 23 से अधिक वर्षों के बाद WWE से संन्यास की घोषणा की है। उन्होंने यह घोषणा टोरंटो, कनाडा में आयोजित मनी इन द बैंक इवेंट में की। 16 बार के वर्ल्ड चैंपियन सीना ने बताया कि रेसलमेनिया 2025 उनकी आखिरी रिंग उपस्थिति होगी। हालांकि, वे जनवरी 2025 में नेटफ्लिक्स पर जाने वाले मंडे नाइट रॉ में भाग लेते रहेंगे।
11 जनवरी 2025 को ऑकलैंड के ईडन पार्क में श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच तीसरे वनडे मैच में प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। टॉस जीतकर श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन टॉप ऑर्डर की विफलता के कारण उन्हें संघर्ष करना पड़ा। न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने इस मौके का फायदा उठाते हुए श्रीलंका को लक्ष्य के करीब नहीं आने दिया और श्रृंखला 2-1 से जीत ली।