क्या आप वकील बनना चाहते हैं या अपने कॉलेज की मान्यता जांचना चाहते हैं? Bar Council of India (BCI) सीधे आपके पेशे और पढ़ाई को प्रभावित करता है। यह एक विधिक नियामक संस्था है जो कानून की शिक्षा, वकीलों की पंजीकरण प्रक्रिया और पेशेवर आचार संहिता तय करती है।
BCI कानून के पाठ्यक्रम के मानक तय करता है और किस कॉलेज को मान्यता मिलेगी यह निर्धारित करता है। यह वकीलों के पेशेवर आचरण के नियम बनाता है और अनैतिक व्यवहार की जांच कर सकता है। साथ ही BCI कई बार वकीलों के प्रशिक्षण, बार परीक्षा या अन्य परीक्षणों की रूपरेखा देता है ताकि वकीलों की योग्यता बनी रहे।
प्रैक्टिकल बात ये है कि अगर आपका कॉलेज BCI से मान्यता प्राप्त नहीं है तो आपको पंजीकरण में दिक्कत आ सकती है। इसलिए प्रवेश से पहले कॉलेज की मान्यता वेबसाइट पर जरूर चेक करें।
वकील बनने के लिए कदम सरल होते हैं, पर ध्यान जरूरी है। सबसे पहले मान्यता प्राप्त LLB डिग्री पूरी करें। उसके बाद अपने राज्य के State Bar Council में आवेदन करें। आमतौर पर आवश्यक दस्तावेज हैं: डिग्री सर्टिफिकेट, अंकपत्र, पहचान-पत्र, स्थानीय प्रतिज्ञापत्र और पासपोर्ट साइज़ फोटो।
रजिस्ट्रेशन के बाद कई राज्यों में All India Bar Examination (AIBE) देनी पड़ती है या BCI द्वारा तय किसी प्रमाणिकता की शर्त पूरी करनी होती है, ताकि आप कोर्ट में वकालत कर सकें। AIBE का उद्देश्य वकील की मूल योग्यता जांचना है।
रजिस्ट्रेशन के समय फीस, सत्यापन और बायोमेट्रिक प्रक्रियाओं का भी ध्यान रखें। दस्तावेज सही ढंग से तैयार रखें ताकि रजिस्ट्रेशन में देरी न हो।
BCI की डिसिप्लिनिंग शाखा वकीलों के खिलाफ मिलने वाली शिकायतों को देखती है। पेशेवर अनुशासन के उल्लंघन पर चेतावनी, जुर्माना या पंजीकरण रद्द तक की कार्रवाई हो सकती है। इसलिए पेशेवर आचार संहिता का पालन जरूरी है—कोर्ट एथिक्स, क्लाइंट का भरोसा और फीस संरचना साफ रखें।
यदि आप कानून पढ़ रहे हैं या नया तौर पर बार जॉइन कर रहे हैं तो नियमित रूप से BCI और अपने State Bar Council की वेबसाइट देखें। वहाँ मान्यता सूची, तरकीबें, नोटिफिकेशन और प्रशिक्षण कार्यक्रम आते रहते हैं।
नौजवान वकीलों के लिए कुछ टिप्स: मान्यता प्राप्त कॉलेज चुनें, इंडक्सन और ट्रेनिंग में सक्रिय रहें, लोकल बार असोसिएशन से जुड़ें और वरिष्ठों से मार्गदर्शन लें। प्रोफेशनल व्यवहार और क्लाइंट मैनेजमेंट सीखना केस जीतने जितना ही जरूरी है।
अगर कोई नियम, पॉलिसी या मान्यता बदलती है तो BCI की वेबसाइट और राज्य बार के नोटिफिकेशन सबसे भरोसेमंद स्रोत होते हैं। अपने दस्तावेज़ अपडेट रखें और समय-समय पर पंजीकरण की शर्तें जाँचते रहें।
अगर आप चाहें तो मैं आपको रजिस्ट्रेशन के दस्तावेज़ों की सूची, AIBE की तैयारी के बुनियादी टिप्स या किसी विशेष राज्य के बार काउंसिल से जुड़ी जानकारी दे सकता/सकती हूँ—बताइए किस तरह की मदद चाहिए।
ऑल इंडिया बार एग्जामिनेशन (AIBE) 19 के परिणाम 21 मार्च 2025 को घोषित हुए। परीक्षा में 93 प्रश्न पूछे गए थे, और उम्मीदवार अपने रोल नंबर व जन्मतिथि से आधिकारिक पोर्टल पर रिजल्ट देख सकते हैं। OMR शीट रीचेकिंग की सुविधा भी उपलब्ध हुई है। यह प्रमाणपत्र देश में वकालत के लिए जरूरी है।
'मैड मैक्स' फ्रेंचाइजी के निर्देशक जॉर्ज मिलर ने कान्स फिल्म महोत्सव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि उन्होंने प्रीक्वेल 'फ्यूरीओसा: ए मैड मैक्स सागा' पर काम करना 24 मई को इसकी निर्धारित वैश्विक रिलीज से सिर्फ ढाई हफ्ते पहले ही पूरा किया था।
स्टारबक्स ने भारतीय मूल के अपने सीईओ लक्ष्मण नरसिंहन को केवल 17 महीने के बाद ही हटा दिया। नरसिंहन के कार्यकाल में बिक्री में गिरावट और निवेशकों का दबाव प्रमुख कारण बने। चिपोटले के सीईओ ब्रायन निकोल को स्टारबक्स का नया सीईओ नियुक्त किया गया है।
मणबा फाइनेंस के आईपीओ को पहले दिन ही 23.79 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, सबसे ज्यादा बोली गैर-संस्थागत निवेशकों से आई। आईपीओ के तहत 1.26 करोड़ शेयर जारी किए जा रहे हैं, जिनका प्राइस बैंड 114 रुपये से 120 रुपये प्रति शेयर है।
भारत के राष्ट्रपति ने कई राज्यों के लिए नए राज्यपालों की नियुक्ति की है। इसमें पूर्व रक्षा प्रमुख जनरल अनिल चौहान को झारखण्ड का राज्यपाल, तमिलिसाई सौंदरराजन को तेलंगाना का राज्यपाल, रमेश बैस को झारखण्ड का राज्यपाल और फागू चौहान को मेघालय का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। ये नियुक्तियां संबंधित राज्यों में शासन और प्रशासन को मजबूत बनाने के लिए की गई हैं।
आईपीएल 2025 के रोमांचक मुकाबले में पंजाब किंग्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 18 रनों से हराया। कप्तान श्रेयस अय्यर के टॉस जीतकर बल्लेबाजी के फैसले के साथ ही प्रियांश आर्य ने पहली गेंद पर छक्का मारकर इतिहास रच दिया। पंजाब की जबरदस्त बैटिंग और उसपर सधी हुई गेंदबाजी ने टीम को जीत दिलाई।