चुनावी प्रचार सिर्फ पोस्टर, रैली या विज्ञापन नहीं है। यह उम्मीदवारों का वोटरों से जुड़ने का तरीका है — संदेश, वादे और तरीका। आज प्रचार ऑफलाइन के साथ-साथ डिजिटल चैनलों पर भी तेज़ी से हो रहा है, इसलिए वोटर के पास सही जानकारी होना जरूरी है।
रैलियों में आप अक्सर बड़े-वाहक बैनर, भाषण और सेलिब्रिटी दिखते हैं। लेकिन डिजिटल पर टार्गेटेड एड्स, व्हाट्सऐप संदेश और छोटे-छोटे वीडियो ज्यादा असर डालते हैं। किसान मुद्दों पर चलने वाले वादे (जैसे PM Kisan किस्तों की बातें) ग्रामीण वोटरों को प्रभावित करते हैं, जबकि शहरों में रोजगार और आर्थिक नीतियाँ ज्यादा चर्चा में रहती हैं।
मतदाता बनकर आपको हर प्रचार को फ़िल्टर करना होगा — सवाल पूछिए, जांचिए और तय करिए। नीचे सीधे और काम के संकेत दिए हैं:
अगर कोई प्रचार अफवाह या व्यक्तिगतरूप से केन्द्रित दिखे (जैसे व्यक्तिगत अफवाहें), तो उससे सावधान रहें। पब्लिक फोकस मुद्दों पर होना चाहिए, न कि केवल ड्रामा पर।
यदि आप प्रचार चला रहे हैं, तो साफ़ संदेश चुनिए। छोटे-छोटे वादे और व्यवहारिक योजना ज़्यादा भरोसा जीतती है। डिजिटल पर लक्षित संदेश ठीक हैं, पर गलत या भ्रामक जानकारी से बचें—क्योंकि इसे तुरंत पब्लिक और मीडिया पकड़ लेते हैं।
फील्ड वर्क भी जरूरी है: घर-घर जाकर मुद्दे सुनिए, रिकॉर्ड करिए और जवाब दीजिए। बड़ी रैली के दौरान सुरक्षा और अनुमति का ध्यान रखें — भीड़ प्रबंधन और लोकल प्रशासन से तालमेल बनाएँ।
अंत में, वोट के दिन अपना निर्णय सूचित होकर लें। प्रचार आपका मार्गदर्शन कर सकता है, पर वोट आपकी ज़िम्मेदारी है। समाचार संग्रह पर "चुनावी प्रचार" टैग के अपडेट पढ़ते रहें ताकि आप रियल-टाइम खबर और विश्लेषण पाते रहें।
जरूरी है कि आप हर वादे और दावे को परखें — ठोस योजना पर ही वोट दें। यही तरीका है जिसे अपनाकर आप प्रभावी और जागरूक मतदाता बन सकते हैं।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनावों के दौरान ही राज्य को याद करने का आरोप लगाया है। पटनायक ने कहा कि मोदी के वादे केवल रूखी-सूखी घोषणाएँ हैं।
तेलंगाना राज्य इंजीनियरिंग, कृषि और फार्मेसी सामान्य प्रवेश परीक्षा (TS EAPCET) 2024 के परिणाम जारी कर दिए गए हैं। शिक्षा मंत्री बी. वेंकटेशम और तेलंगाना राज्य उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष आर. लिंबाद्री ने संयुक्त रूप से परिणाम जारी किए। कृषि और फार्मेसी धाराओं के लिए उत्तीर्ण प्रतिशत 89.66% रहा, जिसमें लड़कियों ने 90.18% और लड़कों ने 88.25% हासिल किया।
मैनचेस्टर युनाइटेड ने 1 सितंबर, 2024 को ओल्ड ट्रैफर्ड में लिवरपूल के खिलाफ 3-0 की निराशाजनक हार का सामना किया। मैनचेस्टर युनाइटेड ने शुरुआती हमले और उत्साही दर्शकों के समर्थन के बावजूद गोल करने के कई असफल प्रयास किए। लिवरपूल के मैनेजर अर्ने स्लॉट के नए कार्यकाल का यह शानदार आगाज साबित हुआ, जबकि मैनचेस्टर युनाइटेड के एरिक टेन हाग पर दबाव बढ़ गया।
परीक्षा में अनियमितताओं को लेकर हुए विवाद के बीच, राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के महानिदेशक सुभोध कुमार सिंह को पद से हटा दिया गया। सिंह की सेवाएं कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग में 'अनिवार्य प्रतीक्षा' पर रखी गई हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन प्रदीप सिंह खरोला को एनटीए का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एनटीए की 'शीर्ष नेतृत्व' की जांच की बात कही है।
भारत और कुवैत के बीच फीफा वर्ल्ड कप क्वालिफायर मैच पर केंद्रित यह लेख बताता है कैसे भारतीय फुटबॉल टीम ऐतिहासिक तीसरे राउंड में पहुंच सकती है। यह मैच भारतीय कप्तान सुनील छेत्री के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है जो 19 साल की सेवा के बाद संन्यास ले रहे हैं। लेख में छेत्री की विदाई और टीम की संभावनाओं के बारे में चर्चा की गई है।
राम चरण और कियारा आडवाणी की अदाकारी से सजी 'गेम चेंजर' फिल्म के पहले टीज़र का लखनऊ में भव्य लॉन्च किया गया। एस शंकर द्वारा निर्देशित, यह फिल्म दर्शकों को एक अनपेक्षित मनोरंजन का अनुभव कराने का वादा करती है। फिल्म का निर्माण दो वर्षों से हो रहा है और इसमें एसजे सूर्या, श्रीकांत, और अंजलि जैसे प्रतिभाशाली कलाकार शामिल हैं।