PM Kisan योजना किसान परिवारों को सीधे आर्थिक मदद देती है। अगर आप लाभार्थी हैं या बनना चाहते हैं, तो ये पेज आपको ताज़ा खबरें, भुगतान स्थिति कैसे चेक करें और आम समस्याओं के त्वरित समाधान देगा। जानकारी सरल और उपयोगी रखी गई है ताकि आप तुरंत कार्रवाई कर सकें।
किसान परिवार जो जमीन मालिक हैं और सरकारी अपवादों में नहीं आते, वे मुख्य रूप से पात्र हैं। पंजीकरण के लिए आम तौर पर ये दस्तावेज चाहिए: आधार कार्ड, बैंक पासबुक/खाता संख्या, जमीन के कागजात (जमीन मालिकाना प्रमाण), मोबाइल नंबर और पहचान पत्र। स्थानीय ब्लॉक/कृषि कार्यालय या CSC पर जाकर भी मदद मिलती है।
ध्यान रखें: भूमि के रूप में दाखिल नाम और आधार में नाम मेल खाना चाहिए। अक्सर पेमेंट रुकने की एक बड़ी वजह यही असंगति होती है।
दो मिनट में भुगतान चेक करना चाहते हैं? सबसे पहले pmkisan.gov.in पर जाएँ और "Beneficiary Status" सेक्शन में अपना आधार नंबर या मोबाइल नंबर डालें। वहां किस किस किस्त का स्टेटस और तारीख दिखेगा। अगर वेबसाइट पर समस्या हो तो निकटतम CSC या जिला कृषि कार्यालय से भी जानकारी मिल जाती है।
यदि भुगतान नहीं आया है तो ये सामान्य कारण होते हैं: आधार-बैंक मismatch, मृत दर्जी, बैंक खाते में सुधार की जरूरत, या सरकारी वेरिफिकेशन पेंडिंग। पहले स्वयं विवरण जाँचें, फिर सुधार के लिए नजदीकी कार्यालय जाएँ।
कुछ व्यवहारिक सुझाव — मोबाइल नंबर अद्यतन रखें, बैंक पासबुक का फोटो जमा करें, और बैंक-आधार लिंक लगातार चेक करते रहें। अगर आपके नाम पर डुप्लीकेट एंट्री है तो उसे हटवाने के लिए जिला स्तर पर शिकायत दर्ज कराएँ।
समाचार संग्रह पर PM Kisan से जुड़ी नवीनतम खबरें मिलती रहती हैं — नीति बदलाव, किस्त के वक्त, राज्य-स्तरीय रिपोर्ट और किसान हित से जुड़े अपडेट्स। हम सरल भाषा में बताते हैं कि बदलाव आपके लिए क्या मतलब रखता है और आपको क्या कदम उठाने चाहिए।
समस्या का समाधान कैसे पायें? सबसे पहले आधिकारिक पोर्टल पर जाकर स्टेटस देखें, फिर नजदीकी कृषि विभाग/CSC से मदद लें। अगर फिर भी नहीं सुलझे तो जिले के nodal officer से संपर्क करें या ऑनलाइन शिकायत पोर्टल में grievance दर्ज करें।
आपकी फीडबैक हमारे लिए महत्वपूर्ण है। अगर आपने PM Kisan से जुड़ा कोई अनुभव या ताज़ा जानकारी साझा करनी हो, तो नीचे दिए गए कमेंट या संपर्क विकल्प का उपयोग करें। इस टैग पेज पर हम समय-समय पर ताज़ा खबरें, गाइड और राज्य-विशेष रिपोर्ट जोड़ते रहते हैं ताकि आपको हर कदम पर सही जानकारी मिले।
PM Kisan योजना की 20वीं किस्त अब तक जारी नहीं हुई है, जिससे लगभग 9.8 करोड़ किसान परेशान हैं। पीएम मोदी के बिहार दौरे में उम्मीद थी कि यह किस्त जारी होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। किसानों को अभी और इंतजार करना होगा। जिन किसानों ने e-KYC पूरी कर ली है, वे पोर्टल पर अपनी स्थिति देख सकते हैं।
सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने शॉर्ट-सेलर हिन्डेनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों को 'निराधार' और 'असत्य' करार दिया है। हिन्डेनबर्ग ने कथित तौर पर दावा किया था कि दोनों ने अडानी समूह को अवैध रूप से निधियों का स्थानांतरण किया। बुच दंपति ने खुलासा किया कि वे अपनी सभी वित्तीय दस्तावेज किसी भी प्राधिकारी को दिखाने के लिए तैयार हैं।
23 जुलाई 2024 को, भारतीय शेयर बाजार में मिश्रित संकेतों के साथ सप्ताह की शुरुआत हुई। एनएसई निफ्टी 50 में 31.05 अंकों या 0.13% की गिरावट आई और यह 24,478.20 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि बीएसई सेंसेक्स 81.16 अंकों या 0.10% की गिरावट के साथ 80,420.92 पर बंद हुआ। निवेशक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संभावित कर स्लैब परिवर्तन, सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स और लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेंस टैक्स पर घोषणाओं की प्रतीक्षा कर रहे थे।
जेम्स एंडरसन ने अपने अंतिम टेस्ट मैच पर विचार करते हुए एक कैच छूटने पर निराशा जाहिर की, जिससे उन्हें 705 विकेट्स की बजाय 704 ही मिल सके। मैच के बाद के एक इंटरव्यू में, एंडरसन ने अपनी उपलब्धियों पर गर्व महसूस किया और भीड़ की प्रतिक्रिया से अभिभूत हुए। उन्होंने अपनी यात्रा की सराहना की और खेल के दोस्तियों की विशेषता को स्वीकार किया।
तमिल स्टार विजय सेतुपति की 50वीं फिल्म 'महाराजा' का निर्देशन निथिलान समीनाथन ने किया है। फिल्म में विजय सेतुपति, अनुराग कश्यप, ममता मोहन दास और अभिरामी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। कहानी महाराजा के इर्दगिर्द घूमती है जो अपनी बेटी ज्योति के साथ एक सैलून चलाता है। एक गुड़िया के गायब होने के बाद, महाराजा और सेल्वम के बीच जुड़ी कहानी धीरे-धीरे सामने आती है।
आज कोलकाता में फिलिस्तीन समर्थन रैली आयोजित की जाएगी। इस रैली का आयोजन सीपीआई (एम), सीपीआई, आरएसपी और वाम मोर्चा पार्टियों ने किया है। रैली दोपहर 3:30 बजे धर्मतला में लेनिन की मूर्ति से शुरू होकर चौरंगी क्रॉसिंग पर यूनाइटेड इंफॉर्मेशन सेंटर के सामने प्रदर्शन में परिणित होगी। रैली का उद्देश्य फिलिस्तीन के समर्थन में एकजुटता दिखाना और गाजा में इसराइल की कार्रवाई की निंदा करना है।