AI निगरानी अब सिर्फ साइंस फिक्शन नहीं रही। चेहरे की पहचान, भीड़ विश्लेषण, सोशल मीडिया डेटा स्कैन और predictive policing—ये सब रोज़मर्रा की खबरों में आने लगे हैं। इस टैग पेज पर आप ऐसी हर खबर, नीति अपडेट और प्राइवेसी जुड़ी बातों का सीधा और आसान व्याख्यान पाएँगे।
सरल शब्दों में, AI निगरानी डेटा को पढ़कर पैटर्न और संकेत ढूँढती है। उदाहरण के तौर पर CCTV फीड में मशीन लर्निंग मॉडल चेहरे और गतिविधि पहचानते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म्स से बड़े पैमाने पर डेटा खींचकर ट्रेंड और व्यवहार का अनुमान लगाया जाता है। यह प्रोसेस तेज़ और स्केल में बड़ा है, इसलिए छोटे-छोटे निर्णय भी तुरंत लिए जा सकते हैं—जिसका असर निजी जीवन पर सीधे पड़ता है।
यह ध्यान रखें कि AI मॉडल हमेशा सही नहीं होते। बायस वाले डेटा से गलत पहचान, झूठी तस्करी या टारगेटिंग जैसी समस्याएँ बढ़ सकती हैं। कई बार कंपनियों के व्यावसायिक फायदे और सरकारी सुरक्षा के नाम पर निगरानी का दायरा बढ़ जाता है।
अगर आप चिंतित हैं तो कुछ आसान कदम तुरंत कर सकते हैं। मोबाइल और ऐप अनुमति चेक करें—किस ऐप को कैमरा, माइक्रोफोन और लोकेशन एक्सेस है, उसे सीमित करें। सोशल प्रोफ़ाइल्स पर निजी जानकारी कम रखें; प्रोफ़ाइल पब्लिक है तो सेटिंग्स बदलें।
अपने डिवाइस और ऐप्स को नियमित रूप से अपडेट रखें—सॉफ्टवेयर अपडेट में अक्सर सुरक्षा पैच आते हैं। कैमरा और माइक्रोफोन के लिए फिजिकल कवर का इस्तेमाल करें, सार्वजनिक वाई-फाई पर VPN लगाएँ और मजबूत पासवर्ड + 2FA अपनाएँ।
अगर किसी कंपनी या सरकारी कार्यक्रम की निगरानी नीति समझ न आए तो उसकी privacy policy और transparency रिपोर्ट पढ़ें। खबरों में दिखने वाली नई टेक्नोलॉजीज़ (जैसे फेस-मैपिंग या predictive models) की जिम्मेदारियों पर निगरानी रखें।
समाचार संग्रह पर यह टैग आपको नई नीतियों, जांचखबरों और तकनीकी व्याख्याओं से अपडेट रखेगा। हम ऐसी रिपोर्टें भी दिखाते हैं जिनमें तकनीक के फायदे और नुकसान दोनों साफ़ तरीके से बताए जाते हैं। अगर आप चाहते हैं कि हम किसी ख़ास मामले की गहराई से रिपोर्ट करें, तो हमें बताइए—हम उसे प्राथमिकता में लाएँगे।
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अहमदाबाद की 148वीं जगन्नाथ रथ यात्रा 2025 में सुरक्षा के नए आयाम देखने को मिलेंगे। 23,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी, NSG कमांडो, AI-आधारित सर्विलांस, और ड्रोन तैनात होंगे। गनशॉट डिटेक्शन और रियल टाइम भीड़ प्रबंधन के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। निजी विशेषज्ञों की मदद से भीड़ नियंत्रण की तैयारियां पूरी की गई हैं।
RBSE, अजमेर जल्द ही 10वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित करेगा। बोर्ड कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से परिणाम घोषित किए जाएंगे, जिसमें उत्तीर्ण प्रतिशत, टॉपर्स और जिलेवार प्रदर्शन की जानकारी दी जाएगी। परिणाम आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे।
डार्जिलिंग में 5 अक्टूबर को भारी बारिश के कारण हुए लैंडस्लाइड में 23 मौतें, कई गांव बँधे; उदयन गूहा और रिचर्ड लेपचा ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किए।
बी के बिड़ला ग्रुप की प्रमुख कंपनी केसोराम इंडस्ट्रीज लिमिटेड की चेयरपर्सन मंजुश्री खेतान का गुरुवार को कोलकाता के उनके आवास पर संक्षिप्त बीमारी के बाद 68 वर्ष की आयु में निधन हो गया। खेतान ने केसोराम और उसकी सहायक कंपनियों को महत्वपूर्ण प्रगति की ओर अग्रसर किया और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
आज कोलकाता में फिलिस्तीन समर्थन रैली आयोजित की जाएगी। इस रैली का आयोजन सीपीआई (एम), सीपीआई, आरएसपी और वाम मोर्चा पार्टियों ने किया है। रैली दोपहर 3:30 बजे धर्मतला में लेनिन की मूर्ति से शुरू होकर चौरंगी क्रॉसिंग पर यूनाइटेड इंफॉर्मेशन सेंटर के सामने प्रदर्शन में परिणित होगी। रैली का उद्देश्य फिलिस्तीन के समर्थन में एकजुटता दिखाना और गाजा में इसराइल की कार्रवाई की निंदा करना है।
भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में शहरी क्षेत्रों में अपार सफलता हासिल करते हुए लगातार तीसरी बार सरकार बनाई है। गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे प्रमुख शहरों में बीजेपी ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की। बीजेपी की यह जीत रणनीतिक संदेश और जातिगत समीकरणों के चलते संभव हुई। भाजपा की 'खर्ची और पर्ची' अभियान ने भी कांग्रेस के खिलाफ काम किया।