एससीओ (शंघाई सहयोग संगठन) के शिखर सम्मेलन में हर साल सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और क्षेत्रीय स्थिरता पर अहम फैसले होते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि बैठक में किन देशों की बातें सबसे ज़्यादा असर डालेंगी, कौन‑सी घोषणाएँ भारत के लिए मायने रखेंगी और अफगानिस्तान जैसी नाज़ुक जगहों पर क्या निर्णय हुए — तो यह टैग पेज आपके लिए है।
पहला—सुरक्षा और आतंकवाद: एससीओ में चरमपंथ और सीमा पार सक्रियता को रोकना अक्सर टॉप एजेंडा होता है। बैठक में साझा इंटेलिजेंस और मिलिट्री‑कोऑपरेशन जैसे मुद्दों पर समझौते होते हैं। दूसरा—आर्थिक सहयोग और कनेक्टिविटी: टेक्सचेंज, व्यापार मार्ग और ऊर्जा प्रोजेक्ट्स पर चर्चा होती है जो क्षेत्रीय व्यापार को प्रभावित कर सकते हैं। तीसरा—एफ्गानिस्तान और पड़ोसी देश: शरणार्थी, ड्रग ट्रैफिक और स्थिरता के उपायों पर सदस्य देशों की नीतियाँ जानना उपयोगी रहता है। चौथा—सदस्यता और विस्तार: कभी‑कभी नए पार्टनर जोड़ने या सहयोग बढ़ाने की बातें आती हैं, जो भू‑राजनीतिक संतुलन बदल सकती हैं।
भारत आमतौर पर एससीओ में सुरक्षा, आतंकवाद विरोध और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी पर जोर देता है। नई आर्थिक पहलों में पारदर्शिता और स्थानीय हितों की रक्षा उसके लिए अहम रहती है। सम्मेलन के दौरान विदेश मंत्रालय के बयान, विदेश मंत्रियों की द्विपक्षीय बैठकों और व्यापार समझौतों पर गौर करें — यही चीज़ें जमीन पर असर दिखाती हैं।
किस तरह की रिपोर्ट हम यहां देंगे? लाइव अपडेट, प्रमुख बयान, विश्लेषण और आसान भाषा में समझाई गई रिपोर्ट — ताकि आप जान पाएं कि किसी निर्णय का आपके इलाके या कारोबार पर क्या असर पड़ेगा। हम तस्वीरें, उद्धरण और महत्वपूर्ण बिंदुओं को संक्षेप में पेश करेंगे ताकि पढ़ने में समय न लगे और समझने में आसानी हो।
क्या यह सिर्फ नीतियों का मंच है? नहीं। एससीओ में आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग की बातें भी होती हैं — शिक्षा, ऊर्जा, टेक्नोलॉजी और कनेक्टिविटी पर छोटे‑बड़े समझौते सामने आते हैं। ये छोटे कदम अक्सर लंबी अवधि में बड़े असर दिखाते हैं, खासकर सीमावर्ती राज्यों और व्यापारियों के लिए।
आप कैसे अपडेट रखें? हमारी टैग पेज पर नियमित रूप से आने पर नवीनतम लेख, अपडेट और विश्लेषण मिलेंगे। अगर किसी घोषणा का तात्कालिक असर हो तो हम उसे हाइलाइट करेंगे और समझाएंगे कि आम लोगों या व्यापार पर क्या असर होने वाला है। पढ़ें, सवाल करें और साझा करें — आपकी प्रतिक्रिया कवरेज को बेहतर बनाती है।
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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस्लामाबाद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने आपसी सम्मान और संप्रभु समानता के आधार पर सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने सीमा-पार आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद को व्यापार और जनसंपर्क के लिए तीन बड़ी बाधाएं बताया। इस यात्रा ने लगभग एक दशक बाद भारतीय विदेश मंत्री की पहली पाकिस्तान यात्रा को अंकित किया।
उत्तर भारत में Swine Flu के मामलों में जबर्दस्त उछाल आया है। दिल्ली और राजस्थान समेत कई राज्य बुरी तरह प्रभावित हैं, अब तक 20,414 मामले और 347 मौतें दर्ज हो चुकी हैं। वैक्सीनेशन, मास्क और समय रहते इलाज को जरूरी बताया जा रहा है।
गोरखपुर के आदर्श इंटर्न कॉलेज हार्डिचाक में आयोजित 69वीं तहसीली कबड्डी प्रतियोगिता में 17 स्कूलों की टीमें भाग लीं। मुख्य अतिथि सत्यप्रकाश सिंह ने खेल के महत्व पर बात की, जबकि अभिषेक सिंह ने टॉर्नामेंट की निगरानी की। खेल शिक्षक दिवाकर सिंह के प्रभावी आयोजन से समारोह सफल रहा। विजेता और रनर‑अप टीमों को सम्मानित किया गया।
लेब्रोन जेम्स और उनके बेटे ब्रॉनी जेम्स ने एनबीए के इतिहास में पिता-पुत्र की जोड़ी के तौर पर एकसाथ खेलकर ऐतिहासिक पल बना दिया है। इस ऐतिहासिक घटना ने उन्हें अनगिनत प्रशंसा दिलाई। इनके संयुक्त प्रयास से लॉस एंजेलेस लेकर्स ने अपने पहले खेल में मिनेसोटा टिम्बरवॉल्व्स को हराया। यह क्षण उनका पारिवारिक समर्पण और संघर्ष का प्रतीक है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन, मुकेश अंबानी ने लगातार चौथे वर्ष भी वेतन नहीं लिया। 2021 में COVID-19 महामारी के प्रभाव के कारण उन्होंने यह निर्णय लिया। कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने 2024 में भी कोई वेतन, भत्ता, या रिटायरमेंट लाभ नहीं लिया।
सितंबर 2025 में Xiaomi ने 17 Pro और 17 Pro Max को डुअल‑डिस्प्ले और Snapdragon 8 Elite Gen 5 चिपसेट के साथ पेश किया। दोनों फ़्लैगशिप 16 GB रैम, लेइका कैमरा साझेदारी और हल्के बॉडी के साथ आते हैं। 7 000 mAh से 7 500 mAh तक की बैटरी आयु iPhone 17 Pro Max को मात देने का दावा करती है। ये मॉडल एन्ड्राइड बाजार में एप्पल के फ़्लैगशिप को चुनौती देने के लिए तैयार हैं।