जब हम जनरल अनिल चौहान, भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी, जो राष्ट्रीय सुरक्षा, रणनीतिक योजना और सीमा रक्षा में विशेषज्ञता रखते हैं, भी कहा जाता है Anil Chauhan की बात करते हैं, तो समझते हैं कि उनका दृष्टिकोण सिर्फ एक कमांडर का नहीं, बल्कि एक नीति निर्माता का भी है। उनका योगदान सेना के उपकरण उन्नयन, साइबर सुरक्षा और भारतीय‑चीन‑पाकिस्तान तंत्र में संतुलन बनाने तक फैला है। इस पेज में हम उनके विचारों के मुख्य आयामों को उजागर करेंगे, जिससे आप नीचे दी गई ख़बरों में गहरी समझ पाएँगे।
जनरल चौहान का काम भारतीय सेना (एक ऐसी संस्था जो राष्ट्र की जमीन, आसमान और पानी की रक्षा करती है) के साथ गहरी तालमेल में चलता है। उनका मानना है कि सेना को तकनीकी नवाचार और पारंपरिक शक्ति दोनों को जोड़ना चाहिए। इस सम्बन्ध में वह अक्सर रक्षा नीति, देश की सुरक्षा के लिए दीर्घकालिक योजना और रणनीति को “सुरक्षा ढाँचा” कहते हैं, जो सेना, विदेश मंत्रालय और रक्षा उत्पादन उद्योग को एक साथ लाता है। इसलिए, जब आप हमारे संग्रह में ‘रक्षा नीति’ और ‘रक्षा उत्पादन’ वाले लेख पढ़ते हैं, तो आपको पता चलेगा कि ये कैसे जनरल चौहान की सोच से प्रभावित होते हैं।
एक और महत्वपूर्ण इकाई जो जनरल चौहान के काम से जुड़ी है, वह है राष्ट्रीय सुरक्षा, देश के भीतर और बाहर के खतरों से रक्षा करने का समग्र ढांचा। उनका तर्क है कि राष्ट्रीय सुरक्षा को केवल सैन्य बल नहीं, बल्कि आईटी सुरक्षा, आर्थिक स्थिरता और सामाजिक संवाद से भी जोड़ना चाहिए। इस कारण, उनके कई बयानों में “साइबर सेना” और “डिजिटल डिफेंस” शब्द बार-बार आते हैं। हमारे समाचार संग्रह में साइबर हमले, नई बारीकियों के बारे में लेख इसी संदर्भ में पढ़ सकते हैं।
जनरल चौहान अक्सर भारत‑पाकिस्तान संबंध को दक्षिण एशिया के सुरक्षा समीकरण के केंद्र में रखते हैं। उनका कहना है कि दो देशों के बीच भरोसेमंद संवाद और सीमाई समझौते बिना किसी बड़े संघर्ष के संभावित जोखिम को घटा सकते हैं। इस दृष्टिकोण से वह नई सीमाई निगरानी प्रणाली, हवाई प्रतिबंध और संयुक्त अभ्यासों का समर्थन करते हैं। इनके बारे में हमारी लेख श्रृंखला में सीमा सुरक्षा, घुसपैठ रोकथाम और द्विपक्षीय वार्ता के अपडेट मिलेंगे।
इन सभी तत्वों को जोड़ते हुए एक स्पष्ट समानांतर त्रय बनता है: “जनरल अनिल चौहान रक्षा नीति को निर्देशित करता है, राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ बनाता है, और भारत‑पाकिस्तान संबंध को स्थिरता प्रदान करता है।” यह त्रिपक्षीय संबंध हमारे संग्रहिक लेखों की बुनियाद है—हर लेख इन तीन स्तंभों में से एक या अधिक को छूता है। चाहे वह नई टैंक खरीद पर रिपोर्ट हो या सायबर अटैक पर विश्लेषण, आप हर बार इस कनेक्शन को महसूस करेंगे।
अब आप इस पेज के नीचे आने वाले लेखों में देखेंगे कि जनरल चौहान के बयान कैसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रभाव डालते हैं। आपको नई रक्षा योजना, सीमा सुरक्षा के अपडेट, साइबर थ्रेट और भारत‑पाकिस्तान के वार्ता पर विविध विश्लेषण मिलेंगे। ये सामग्री न केवल जानकारी देती है, बल्कि आपको समझने में मदद करती है कि एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी के विचार राष्ट्रीय नीति को किस तरह आकार देते हैं। तो चलिए, अगले खंड में उतरते हैं और देखें कि इस संग्रह में कौन‑से प्रमुख खबरें आपका नजरिया बदल सकती हैं।
8 अक्टूबर 2025 को भारतीय वायुसेना ने हिंदन एयर फोर्स स्टेशन में 93वाँ स्थापना दिवस मनाया, जहाँ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, जनरल अनिल चौहान और एयर चीफ मार्शल एएस भदौरिया ने भाग लेकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
हर्मनप्रीत कौर ने 13 जुलाई 2024 को अपना 334वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेलकर मिथाली राज के रिकॉर्ड को तोड़ा और इंग्लैंड में तीन ODI शतक बनाकर नया इतिहास रचा।
यूईएफए यूरो 2024 टूर्नामेंट के राउंड ऑफ 16 के मैच में इंग्लैंड और स्लोवाकिया के बीच मुकाबला हो रहा है। हाफ टाइम तक स्लोवाकिया के फॉरवर्ड श्रान्ज़ ने अपनी टीम को बढ़त दिलाते हुए 0-1 की लीड बना ली है। इंग्लैंड के मैनेजर गैरेथ साउथगेट का ये चौथा प्रमुख टूर्नामेंट है।
11 जनवरी 2025 को ऑकलैंड के ईडन पार्क में श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच तीसरे वनडे मैच में प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। टॉस जीतकर श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन टॉप ऑर्डर की विफलता के कारण उन्हें संघर्ष करना पड़ा। न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने इस मौके का फायदा उठाते हुए श्रीलंका को लक्ष्य के करीब नहीं आने दिया और श्रृंखला 2-1 से जीत ली।
दुबई में शाम 8 बजे खेले जाने वाले Super Four मैच में भारत और श्रीलंका आमने-सामने होंगे। जीतने वाली टीम पाकिस्तान के बाद फाइनल में पहुंचेगी। भारत ने समूह चरण में तीन जीतें हासिल की हैं, जबकि पाकिस्तान ने पहले ही फाइनल की जगह पक्की कर ली है। इस टक्कर को टूनामेंट की अंतिम बाधा कहा जा रहा है।
राजस्थान शिक्षा विभाग ने सिताराम जाट के आदेश से 13 से 24 अक्टूबर 2025 तक 12 दिन की दिवाली छुट्टी घोषित की है, जिसमें धनतेरस, दिवाली और भाई दूज जैसे सभी त्योहार शामिल हैं।