क्या आपने अपना रिज़ल्ट देखा और पास प्रतिशत समझ नहीं आ रहा? "उत्तीर्ण प्रतिशत" बताता है कि परीक्षा में कुल कितने छात्र पास हुए और एक विद्यार्थी के रूप में आपका परफॉर्मेंस किस स्तर पर है। बोर्ड या प्रतियोगी परीक्षा में यह आंकड़ा कॉलेज एडमिशन, स्कॉलरशिप और नौकरी के पहले स्क्रीनिंग के लिए अहम होता है।
रिज़ल्ट चेक करने का सबसे भरोसेमंद तरीका आधिकारिक पोर्टल है। उदाहरण के तौर पर, बिहार बोर्ड 12वीं का रिज़ल्ट 25 मार्च 2025 को घोषित हुआ — वहां रोल नंबर और कोड डालकर मार्कशीट डाउनलोड की जा सकती है। AIBE 19 के रिज़ल्ट 21 मार्च 2025 को आए थे और वहां OMR शीट री-चेकिंग का विकल्प भी दिया गया था। UPSC, SSC और अन्य परीक्षाओं के लिए उसी संबंधित वेबसाइट पर रिज़ल्ट सेक्शन देखें।
अपने पास प्रतिशत की गणना इस तरह करें: (प्राप्त अंक ÷ कुल अंक) × 100। बोर्ड परीक्षाओं में विषय-वार पास मानदंड अलग हो सकते हैं — जैसे बिहार बोर्ड में थ्योरी के लिए 33% और प्रैक्टिकल के लिए 40% की न्यूनतम शर्त बताई गई थी। इसलिए गणना करते वक्त इन नियमों का ध्यान रखें।
पहली बात: घबराएं नहीं। कई परीक्षाओं में रे-एग्जाम, कम्पार्टमेंट या री-वैल्युएशन का रास्ता मिलता है। AIBE जैसे पेपरों में OMR शीट के री-चेक की सुविधा दी जाती है—समयसीमा और फीस चेक करें और आवेदन तुरंत करें। बोर्ड या यूनिवर्सिटी के री-एग्जाम डेट और प्रक्रिया आधिकारिक नोटिस में मिल जाएगी।
सैन्य सेवाओं या प्रतियोगी परीक्षाओं में रिज़ल्ट आने के बाद कटऑफ और मेरिट भी मायने रखती है। NDA, UPSC जैसे रिज़ल्टों में कुल पास प्रतिशत से ज्यादा आपका रैंक और SSB/इंटरव्यू प्रदर्शन प्रभावित करेगा। इसलिए एक ठोस अगला कदम बनाएं: कमजोर विषय पहचानिए, फिर टार्गेटेड तैयारी और मॉक टेस्ट पर जोर दें।
प्रैक्टिकल टिप्स: रिज़ल्ट आने पर तुरंत स्कैन करके अपने मार्कशीट की डिजिटल कॉपी रखें। अगर रिज़ल्ट में तकनीकी दिक्कत से परीक्षा रद्द या टाल दी गई हो—जैसे SSC CGL टाइपिंग टेस्ट फिर से आयोजित किया गया—तो ऑफिसियल अपडेट पर नजर रखें और नया एडमिट कार्ड समय से डाउनलोड कर लें।
उत्तीर्ण प्रतिशत सिर्फ एक आंकड़ा है, मगर अगले कदम तय करने में बड़ी मदद करता है। चाहे आपने पास किया हो या नहीं, अगली रणनीति पर फोकस करें: रि-एप्लिकेशन, कम्पार्टमेंट परीक्षा या अगली फेज की तैयारी। अगर आप चाहें, हम आपके लिए रिज़ल्ट चेक करने के आसान स्टेप और री-चेक आवेदन की सूची बना कर दे सकते हैं—बताइए किस परीक्षा का रिज़ल्ट देखना है?
तेलंगाना राज्य इंजीनियरिंग, कृषि और फार्मेसी सामान्य प्रवेश परीक्षा (TS EAPCET) 2024 के परिणाम जारी कर दिए गए हैं। शिक्षा मंत्री बी. वेंकटेशम और तेलंगाना राज्य उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष आर. लिंबाद्री ने संयुक्त रूप से परिणाम जारी किए। कृषि और फार्मेसी धाराओं के लिए उत्तीर्ण प्रतिशत 89.66% रहा, जिसमें लड़कियों ने 90.18% और लड़कों ने 88.25% हासिल किया।
मारुति सुजुकी के शेयरों में 5% से अधिक की गिरावट आई है, क्यू2 के दौरान 17% तक मुनाफा गिरा है। कंपनी के स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ में कमी के कारण यह गिरावट हुई है। राजस्व में मामूली वृद्धि हुई है, लेकिन बाजार की अपेक्षाएं इससे अधिक थीं। इस अवधि में डेफर्ड टैक्स व्यय में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।
तमिल सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता दिल्ली गणेश का 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनकी परिवार ने उनके निधन की पुष्टि की है। दिल्ली गणेश को तमिल फिल्म इंडस्ट्री में उनकी लंबी और प्रतिष्ठित करियर के लिए जाना जाता है, जहाँ उन्होंने 400 से अधिक फिल्मों में काम किया। उनके अंतिम संस्कार के आयोजन की तिथि 11 नवंबर तय की गई है।
ओला इलेक्ट्रिक, एक प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता, इस साल की सबसे बड़ी IPO लिस्टिंग के रूप में 6,100 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। इस IPO से टाइगर ग्लोबल और Z47 (पूर्व में मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया) व्यक्तिगत रूप से बड़े मुनाफे की ओर बढ़ रहे हैं। ओला इलेक्ट्रिक की यह लिस्टिंग भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।
महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (MSBSHSE) ने 2023-24 शैक्षणिक वर्ष के लिए दसवीं बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए हैं। 14 लाख से अधिक छात्र जो परीक्षा में शामिल हुए थे, आज, 27 मई, 2024 को, दोपहर 1 बजे से maharesult.nic.in पर अपने नतीजे देख सकते हैं। डिजिटल मार्कशीट्स DigiLocker पोर्टल और मोबाइल ऐप पर उपलब्ध होंगी। असंतुष्ट छात्र पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
झारखंड उच्च न्यायालय ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक मनी लॉन्डरिंग मामले में जमानत दे दी है, जो कथित तौर पर एक जमीन घोटाले से जुड़ा हुआ था। उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। न्यायालय ने पाया कि ईडी के दावे अस्पष्ट थे और पर्याप्त सबूत नहीं थे।