अगर आप जानना चाहते हैं कि भारत की विदेश नीति कहाँ जा रही है और किन घटनाओं से रिश्तों में बदलाव आ रहा है, तो यह टैग पेज आपके लिए है। एस जयशंकर भारत के विदेश मंत्री हैं और उनके दौरे, बैठकों और बयानों का असर सीधे विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय रिश्तों पर पड़ता है। यहाँ आपको उनके आधिकारिक बयान, अंतरराष्ट्रीय दौरे, द्विपक्षीय समझौते और विशेषज्ञ विश्लेषण मिलेंगे।
एस जयशंकर एक अनुभवी राजनयिक हैं। वे इंडियन फॉरेन सर्विस से जुड़े रहे और समय पर उन्होंने अमेरिका और चीन जैसे महत्वपूर्ण देशों में भारतीय प्रतिनिधित्व किया। बाद में वे विदेश सचिव भी रहे और मई 2019 से वे भारत के विदेश मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। उनकी पृष्ठभूमि और अनुभव से स्पष्ट होता है कि वे जटिल अंतरराष्ट्रीय मसलों को समझ कर निर्णय लेते हैं।
यह टैग पेज उन लोगों के लिए खास है जो रोज़ाना उनके अपडेट देखना चाहते हैं — चाहे वह किसी विदेशी दौरे की खबर हो, नई कूटनीतिक पहल हो, सरकार की विदेश नीति में बदलाव हो या किसी संवेदनशील मुद्दे पर उनका बयान। हर पोस्ट में सीधे-सीधे जानकारी मिलेगी: क्या हुआ, क्यों हुआ और इसका भारत के लिए क्या मतलब है।
हमारे लेख सीधे और उपयोगी होंगे। आप पायेंगे: ताज़ा घोषणाएँ, विदेश यात्राओं की टाइमलाइन, महत्वपूर्ण द्विपक्षीय समझौते, भाषणों के मुख्य बिंदु, और विशेषज्ञों की आसान भाषा में व्याख्या। उदाहरण के तौर पर — किसी दौरे के बाद किन क्षेत्रों में समझौते हुए, सुरक्षा या व्यापार पर क्या असर होगा, और आम पाठक को इसका सीधा मतलब क्या है।
क्या आप जानना चाहते हैं कि किसी बयान का आपके शहर या कारोबार पर क्या असर पड़ेगा? हम वही बिंदु सुलझाकर बताते हैं। राजनीतिक या तकनीकी शब्दों में उलझने की ज़रूरत नहीं — हर लेख सरल, छोटा और असरदार होगा ताकि आप जल्दी समझ सकें और आगे की खबरों पर नज़र रखें।
अगर आपको किसी ख़ास विषय पर अधिक जानकारी चाहिए — जैसे भारत-यूएस रिश्ते, पड़ोसी देशों के साथ संवाद, व्यापार और रक्षा सहयोग — तो आप इस टैग पर फिल्टर कर सकते हैं। हर नयी पोस्ट के साथ हम स्रोत और संदर्भ भी देंगे ताकि आप चाहें तो गहराई में भी जा सकें।
अपडेट पाना आसान है: इस टैग को बुकमार्क करें, हमारी न्यूज़लेटर सब्सक्राइब करें या सोशल मीडिया पर फ़ॉलो करें। कोई भी नई घटना या बयान आते ही हम यहाँ ताज़ा कवरेज डालते हैं ताकि आपको हर अहम खबर एक ही जगह मिल जाए।
अगर आपके मन में कोई सवाल है या किसी खास घटना पर स्पेशल कवरेज चाहिए, तो नीचे कमेंट करके बताइए — हम उसे प्राथमिकता देंगे और सरल भाषा में पूरा बैकग्राउंड और असर समझाकर पोस्ट करेंगे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस्लामाबाद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने आपसी सम्मान और संप्रभु समानता के आधार पर सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने सीमा-पार आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद को व्यापार और जनसंपर्क के लिए तीन बड़ी बाधाएं बताया। इस यात्रा ने लगभग एक दशक बाद भारतीय विदेश मंत्री की पहली पाकिस्तान यात्रा को अंकित किया।
आईटीसी ग्रैंड चोला, चेन्नई ने विश्व पर्यावरण दिवस पर एक विशेष डाइनिंग अनुभव पेश किया है। यह अनुभव स्थिरता और पारंपरिक भारतीय भोजन का संगम है। कार्यकारी शेफ विक्रमजीत रॉय द्वारा तैयार किए गए मेनू में स्थानीय और मौसमी सामग्री का उपयोग किया गया है। होटल ने खाद्य अपशिष्ट कम करने के साथ-साथ बायोडिग्रेडेबल कटलरी का उपयोग भी सुनिश्चित किया है।
पेरिस ओलंपिक्स 2024 के दिन सात पर भारतीय खेल दल का व्यस्त शेड्यूल। पुरुषों के स्टोकप्ले में शुभंकर शर्मा और गगंजीत भुल्लर, तथा महिलाओं के 25 मीटर एयर पिस्टल के क्वालीफिकेशन में मनु भाकर और ईशा सिंह भाग लेंगी। हाकी, बैडमिंटन और एथलेटिक्स में भारत की उम्मीदें टिकी हैं। फैंस लाइव एक्शन जियोसिनेमा और डीडी स्पोर्ट्स पर देख सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में शहरी क्षेत्रों में अपार सफलता हासिल करते हुए लगातार तीसरी बार सरकार बनाई है। गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे प्रमुख शहरों में बीजेपी ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की। बीजेपी की यह जीत रणनीतिक संदेश और जातिगत समीकरणों के चलते संभव हुई। भाजपा की 'खर्ची और पर्ची' अभियान ने भी कांग्रेस के खिलाफ काम किया।
UFC 310 का आयोजन 7 दिसंबर, 2024 को लास वेगास, नेवादा में हुआ। मुख्य मुकाबले में फ्लाइवेट चैंपियन अलेक्जेंड्रे पेंटोजा ने जापानी खिलाड़ी काई असाकुरा को दूसरे दौर में सबमिशन से हराया। पेंटोजा ने लगातार सातवीं जीत दर्ज की और अपने खिताब को तीन बार सुरक्षित रखा। अन्य मुकाबलों में शावकात रखमोनोव ने इयान माचाडो गैरी को हराया और सिरील गेने ने एलेक्जेंडर वोलकोव को हराया।
मारुति सुजुकी के शेयरों में 5% से अधिक की गिरावट आई है, क्यू2 के दौरान 17% तक मुनाफा गिरा है। कंपनी के स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ में कमी के कारण यह गिरावट हुई है। राजस्व में मामूली वृद्धि हुई है, लेकिन बाजार की अपेक्षाएं इससे अधिक थीं। इस अवधि में डेफर्ड टैक्स व्यय में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।